Lucknow: DCM ब्रजेश पाठक ने 5 दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ, बोले, 'माइनर OT हमेशा क्रियाशील रखें'

Lucknow News: 5 दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठकने सोमवार को कहा कि अस्पतालों की माइनर ओटी को हमेशा क्रियाशील रखा जाए।

Report :  Shashwat Mishra
Update: 2022-09-19 12:40 GMT

DCM ब्रजेश पाठक ने किया अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

Lucknow: जिला अस्पतालों की सुविधाएं सुधारने में मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों की अहम भूमिका होती है। जिसके मद्देनजर, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) ने सोमवार को कहा कि अस्पतालों की माइनर ओटी को हमेशा क्रियाशील रखा जाए। साथ ही, अस्पताल में साफ-सफाई बनाए रखने के लिए उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक को हमेशा मौजूद रहने के लिए कहा।

बता दें कि वह जिला अस्पतालों के प्रबन्धनतंत्र को प्राथमिकता प्रदान करने के लिए, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग (Medical Health and Family Welfare Department) के इंदिरा नगर स्थित उत्तर प्रदेश राज्य स्वास्थ्य परिवार कल्याण संस्थान (Uttar Pradesh State Institute of Health Family Welfare) के राज्य स्तरीय प्रशिक्षण केन्द्र में मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों का क्षमता संवर्धन के लिए 05 दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों हेतु संस्थान के संकाय अधिकारियों द्वारा निर्मित हैंडबुक का अनावरण भी किया।


'माइनर ओटी को हमेशा क्रियाशील रखा जाए'

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) ने अपने उद्बोधन में प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर रहे मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों को जिला अस्पतालों का सिस्टम मजबूत करने और जनसामान्य तक बेहतर चिकित्सा सेवायें उपलब्ध कराने का सन्देश दिया। उन्होंने चिकित्सा अधीक्षकों को अस्पतालों की साफ-सफाई को बेहतर बनाने के लिए हर समय मुस्तैद रहने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों में माइनर ओटी को हमेशा क्रियाशील रखा जाए और उसमे साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। इसके साथ ही उन्होंने बजट प्रबन्धन की सही जानकारी के साथ चिकित्सालयों में विद्युत व्यवस्था बाधित होने पर उत्पन्न होने वाले कठिनाई को दूर करने के लिए पर्याप्त ईधन की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोई भी रोगी अस्पतालों से निराश होकर न जाये।


ये रहे मौजूद

इस दौरान प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा, एनएचएम मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय, महानिदेशक डॉ. लिली सिंह, महानिदेशक परिवार कल्याण डॉ. रेनु श्रीवास्तव वर्मा और निदेशक (प्रशासन) एवं निदेशक संस्थान डॉ. राजागणपति आर उपस्थित थे।

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