बनारस न जाएं अप्रैल में, डीएम ने की यात्रियों से अपील, ये है वजह...
जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। जिलाधिकारी ने अप्रैल महीने में लोगों को वाराणसी यात्रा ना करने की अपील की है।
वाराणसी : धर्म नगरी वाराणसी में कोरोना भयावह रूप लेता जा रहा है। संक्रमण के बढ़ते प्रकोप ने जिला प्रशासन को भी डरा दिया है। लिहाजा जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाने शुरु कर दिए हैं। इसके तहतकाशी आने वाले लोगों के लिए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। जिलाधिकारी ने अप्रैल महीने में लोगों को वाराणसी की यात्रा ना करने की अपील की है। वाराणसी में अभूतपूर्व कोविड संक्रमण फैल जाने की वजह से अप्रैल के पूरे महीने में वाराणसी ना आये।
जिलाधिकरी ने आगे कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं को भी सूचित किया जाता है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में भी 14 अप्रैल से प्रवेश के लिए कोविड नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट आवश्यक कर दी गई है, इसके बिना प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा बाहरी प्रदेशों से आने वाले यात्रियों को शहर में ठहरने के लिए भी शीघ्र कोविड जांच रिपोर्ट की व्यवस्था की जा रही है। इसलिए वाराणसी अप्रैल माह में न आएं।
बिना कोविड नेगेटिव रिपोर्ट के नो इंट्री
धर्म नगरी वाराणसी में कोरोना भयावह रूप लेता नजर आ रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर में भी 14 अप्रैल से प्रवेश के लिए कोविड नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट आवश्यक कर दी गई है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बुधावर को एडवाइज़री जारी करते हुए कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर एवं अन्नपूर्णा मंदिर में भी दर्शनार्थ आने वाले भक्तों का 3 दिन पूर्व का कोरोना का आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव होना चाहिए। अन्यथा उन्हें मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
बढ़ता जा रहा है मरीजों का आंकड़ा
पिछले एक हफ्ते में कोरोना का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है। प्रतिदिन लगभग 1500 मरीज सामने आ रहे हैं। आने वाले दिनों में ये आंकड़ा दो हजार के ऊपर पहुंच सकता है। अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड तक नहीं हैं. शमसान घाट पर शवों की लाइन लगी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार की सुबह जारी कोरोना मेडिकल बुलिटेन के अनुसार जनपद में 828 नए पॉज़िटिव मरीज़ मिले हैं। इसी के साथ जनपद में पॉज़िटिव मरीज़ों क आंकड़ा बढ़कर 33292 पहुँच गया है। वाराणसी में अभी तक इस बिमारी से 405 लोगों की मौत हो चुकी है।