ब्रजलालः दारू के छिड़काव ने कर दिया कमाल, खिल उठी नरेंद्र शिशिर लौकी
नरेंद्र शिशिर लौकी दो महीने से फलत पर है। इस पर ब्रजलाल ने एक प्रयोग किया है। उनके गृह जनपद सिद्धार्थनगर में किसान 200एमएल देशी दारू को 15 लीटर पानी में मिलाकर फसलों पर छिड़काव करते है , जिससे हर सब्ज़ी में फ़लत पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है। यह प्रयोग इस लौकी पर भी किया गया है।
ब्रजलाल, पूर्व डीजीपी
मेरे गार्डेन की लौकी ‘ नरेंद्र शिशिर’ जो दो महीने से फ़लत पर है । इस प्रजाति पर ठंडक का असर नहीं होता है।जाड़े में जहां अन्य लौकियों में फ़लत कम हो जाती है , वही शिशिर की फ़लत ज़ोर पकड़ लेती है।
यह लौकी नरेंद्रदेव कृषि विश्वविद्यालय अयोध्या के प्रोफ़ेसर एसपी सिंह द्वारा विकसित की गई है और उन्होंने मुझे बीज दिया था।
मैंने एक प्रयोग किया है ,जिसको मैं शेयर कर रहा हूँ। मेरे गृह जनपद सिद्धार्थनगर में किसान 200एमएल देशी दारू को 15 लीटर पानी में मिलाकर फसलों पर छिड़काव करते है , जिससे हर सब्ज़ी में फ़लत पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है।
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मैंने भी अपने गार्डेन के लौकी शिशिर, शिवानी और माधुरी पर किया जो सफल रहा।