Sonbhadra News: पूर्व मध्य रेलवे 11 स्टेशनों का करेगी 'कायाकल्प', सौंदर्यीकरण में भागीदार बनेंगी NGO's सहित संस्थाएं

Sonbhadra News: ECR के साथ-साथ रेलवे की जमीन पर अगर कोई NGO, व्यक्ति विशेष, ट्रस्ट, चैरिटेबल संस्था, कॉरपोरेट, सरकारी संस्था, रेलवे के मानक के अनुरूप पौधरोपण कराना चाहती है, तो आगे आ सकती है।

Update:2022-08-02 19:14 IST

सोनभद्र का रेणुकूट स्टेशन 

Sonbhadra News: पूर्व मध्य रेलवे (East Central Railway) सोनभद्र के रेणुकूट (Renukoot), मध्यप्रदेश के सिंगरौली (Singrauli of MP) सहित धनबाद डिवीजन (Dhanbad Division) के तहत झारखंड में आने वाले कुल 11 रेलवे स्टेशनों का सौंदर्यीकरण (East Central Railway Beautification) कराएगा। इसके तहत स्टेशन के आस-पास खूबसूरत दिखने वाले छोटे पौधों के जरिए हरियाली भी बढ़ाई जाएगी।

इस पहल की खास बात ये होगी कि लगाए जाने वाले पौधों को जहां व्यावसायिक उपयोग से पूरी तरह दूर रखा जाएगा। वहीं, इंडियन रेलवे (Indian Railway) के इस अभियान में गैर सरकारी संस्थाएं (NGOs) भी सहभागी होंगी। इस संबंध में डीआरएम धनबाद आशीष बंसल (DRM Dhanbad, Ashish Bansal) ने एक पत्र भी जारी किया है। पत्र में सोनभद्र के रेणुकूट सहित 11 रेलवे स्टेशनों को पूर्व मध्य रेलवे की तरफ से चयनित किए जाने की जानकारी दी गई है।

इन स्टेशनों का होगा सौंदर्यीकरण

मंडल रेल प्रबंधक आशीष बंसल की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया है कि, सोनभद्र के रेणुकूट, जिले से सटे सिंगरौली रेलवे स्टेशन, झारखंड के गोमो, चंद्रपुरा, सिंदरी ब्लॉक हॉल्ट, धनबाद, हजारीबाग रोड, बरकाकाना, लातेहार, डाल्टनगंज और हजारीबाग टाउन पर आवश्यक सौंदर्यीकरण होंगे। साथ ही, रेलवे लाइन के किनारे खूबसूरत दिखने वाले और कम ऊंचाई वाले पौधों का रोपण कराया जाएगा। इन पौधों का व्यावसायिक इस्तेमाल नहीं होगा।

निजी संस्था-ट्रस्ट इस तरह बनेंगे अभियान का हिस्सा

धनबाद डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि, 'रेलवे की जमीन पर अगर कोई स्वयंसेवी संस्था (NGO), व्यक्ति विशेष, ट्रस्ट, गैर सरकारी संस्था, चैरिटेबल संस्था, कॉरपोरेट, सरकारी संस्था, रेलवे के मानक के अनुरूप पौधरोपण कराना चाहती है, तो वह आसानी से अभियान का हिस्सा बन सकेगी। इसके लिए संबंधित स्टेशन के सहायक इंजीनियर या मंडल कार्यालय के इंजीनियरिंग विभाग से संपर्क करना होगा।

व्यवसायिक उपयोग की अनुमति नहीं

जनसंपर्क अधिकारी ने ये भी बताया कि, इस कार्य के दौरान किसी भी रूप में व्यावसायिक उपयोग की अनुमति नहीं दी जाएगी। जो भी व्यक्ति विशेष, संस्थाएं या अन्य इसको लेकर इच्छा जताएंगी, उन्हें पहले एक साल तक पौधों के रोपण, साथ ही स्वयं के व्यय पर रख-रखाव करना होगा। काम ठीक रहा तो रेलवे की सहमति से एक साल की अनुमति को तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकेगा। अतः जो भी संस्था या व्यक्ति इस कार्य में सहभागिता करेगी। उसे कार्यस्थल पर 10 वर्ग फीट में अपना या संस्था का नाम डिस्प्ले करने की इजाजत रहेगी।

पार्किंग ठेके के लिए होगा ई-ऑक्सन प्रणाली

पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद डिवीजन के तहत आने वाले रेलवे स्टेशनों पर पार्किंग और पे एंड यूज सेवा को ठेके पर देने का कार्य अब ई-ऑक्सन प्रणाली के जरिए आवंटित किया जाएगा। पीआरओ ने बताया कि इसको लेकर धनबाद रेल मंडल के मुख्यालय पर वाणिज्य विभाग की तरफ से, काउंसलिंग की भी प्रक्रिया अपनाई गई जिसमें रेलवे सेवा के भागीदारों और बिडर्स को जरूरी जानकारी दी गई।

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