UP News: आर्थिक जनगणना में रेहड़ी पटरी वाले भी होंगे शामिल
UP News: अगले वर्ष 2025 के जनवरी में माह से आर्थिक जनगणना शुरू होगा। इसके लिए अलग अलग ग्रुप में 52 कैटेगरी बनाई गई है जिसके माध्यम से लोगों की आर्थिक स्थिति के बारे में जाना जायेगा।;
UP News: पिछले कई वर्षों से जनगणना को लेकर राजनीतिक दलों ने खूब आवाज उठाई 10 वर्ष बीत गए लेकिन जनगणना नहीं हुई। इतने सवालों और चर्चाओं के बाद अब जनगणना कराने का निर्णय ले लिया गया है 10 वर्ष बाद 2025 में जनगणना शुरू होगी। इस जनगणना में आर्थिक आधार पर भी डाटा तैयार होगा जिसमें रेहड़ी पटरी वाले या ठेला लगाने वालों को उद्यम लगाने वालों की श्रेणी में रखा गया है।
तैयार की गई है 52 कैटेगरी
बताया जा रहा है कि अगले वर्ष 2025 के जनवरी में माह से आर्थिक जनगणना शुरू होगा। इसके लिए अलग अलग ग्रुप में 52 कैटेगरी बनाई गई है जिसके माध्यम से लोगों की आर्थिक स्थिति के बारे में जाना जायेगा। इसके लिए इसी महीने यानी दिसंबर 2024 में बैठक की जाएगी, जिसमें खेती किसानी करने वालों, सरकारी कर्मचारियों और निजी कंपनियां में काम करने वालों का डेटा कैसे तैयार किया जाए इसपर चर्चा होगी। 10 साल बाद होने वाली इस जनगणना में 1 लाख से 50 करोड़ तक आमदनी वालों का डेटा तैयार किया जाएगा। साथ इसमें दुकानदारों,फैक्ट्री संचालकों और सड़क किनारे ठेला लगाने वालों की भी आर्थिक जनगणना की जाएगी।
22 कॉलम के जरिए ली जाएगी पूरी जानकारी
डीएसटीओ संतोष कुमार सिंह ने मीडिया को बताया है कि 2025 में सातवीं आर्थिक जनगणना होगी। जनगणना के दौरान जानकारी भरते समय 22 कॉलम होंगे, जिसके द्वारा हम परिवार की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।
खेती से लेकर गैर पंजीकृत संस्थान होंगे शामिल
उन्होंने बताया कि इसमें व्यापक गतिविधि कोड को (A) से लेकर (S) तक मैं बाटा गया है। जिसमें दुकानें, कंपनी, पार्टनरशिप के तहत हो रहे काम, सोसायटी के अलावा गैर पंजीकरण संस्थाओं की जानकारी ली जाएगी। जैसे स्वामित्व क्षेत्र में सरकारी नौकरी, प्रापर्टी, कंपनी, स्वयं सहायता ग्रुप शामिल होंगे। इंश्योरेंस कंपनी, रियल एस्टेट, प्रशासनिक प्रबंधन, डिफेंस, शिक्षा क्षेत्र भी शामिल रहेगा। साथ ही थोक बाजार व ट्रांसपोर्ट, भंडारण और फूड से जुड़े क्षेत्रों की जानकारी ली जाएगी।