Lucknow: 135 साल पुराने सरकारी स्कूल पर शिक्षा माफिया का कब्जा, सड़क पर लगी क्लास, नींद से जागे अफसर
Education mafia occupied 135 year old government school in Lucknow
Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी में शिक्षा विभाग के अफसरों की नाक के नीचे 135 साल पुराने सरकारी स्कूल पर शिक्षा माफिया ने कब्जा कर प्राइवेट स्कूल (private school) खोल दिया। सरकारी स्कूल (government school) के बच्चों और शिक्षकों को सामने स्थित खेल के मैदान में टीन सेट के नीचे भेज दिया। जहां किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है। लेकिन अब शिक्षा माफिया (Education Mafia) के कब्जे का मामला तूल पकड़ लिया है। मीडिया में आई खबरों के बाद प्रशासन नींद से जागा और आनन-फानन में सिटी मजिस्ट्रेट, बीएसए, डीआईएस क्षेत्र के एसीपी सहित तमाम कर्मचारी मौके पर पहुंचकर पूरी जानकारी ली।
अधिकारियों ने पहले सेंटीनियल हायर सेकेंडरी स्कूल (Centennial Higher Secondary School) और इंटर कॉलेज पहुंचे। जहां पर अब शिक्षा माफिया द्वारा साठगांठ करके उसे मेथाडिस्ट चर्च स्कूल (Methodist Church School) का नाम दे दिया गया है, उस बिल्डिंग में घंटों बैठक किया और इस प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल और कर्मचारियों से बात की।
उसके बाद पूरी टीम निकल कर सामने जहां सेंटीनियल के बच्चों के लिए टीन सेड बनाया गया है वहां पहुंचे। खेल के मैदान में पहुंचकर अफसरों ने वहां की व्यवस्था देखी और हैरत भी जताया। लेकिन मामला विभागीय अफसरों की मिलीभगत का है लिहाजा मुंह नहीं खुल रहे हैं। हां दबी जुबाने से डीआईओएस यह कहते सुनाई दिए कि ऐसे कैसे हो सकता है। इसमें लापरवाही हुई है, ऐसे किसी विद्यालय को कैसे प्राइवेट हाथों में दे सकते हैं। उन्होंने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट शासन को भेजने और जांच की बात कही है।
सड़क पर लगी क्लास
दरअसल यह मामला गुरुवार को उस वक्त सुर्खियों में आया जब सरकारी स्कूल के बच्चों की क्लास सेंटीनियल के गेट पर लगी। शिक्षकों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी थी कि अगर उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया तो सड़क पर बच्चों को पढ़ाएंगे। आज जब बच्चों के सड़क पर बैठकर पढ़ने का वीडियो सामने आया तो अधिकारी भी स्कूल की तरफ भागे। सेंटीनियल के प्रिंसिपल और शिक्षकों का कहना है कि उन्हें मालूम ही नहीं चला कि यह कैसे हो गया।
1 जुलाई को जब गर्मी की छुट्टी खत्म हुई और वह सभी स्कूल पहुंचे तो उन्हें बताया गया स्कूल 6 तारीख तक बंद कर दिया गया। उस वक्त उन लोगों ने कहा कि सरकार ने 1 जुलाई से ही स्कूल खोलने का आदेश दिया है। तब शिक्षा विभाग के अधिकारियों के आदेश का हवाला देकर उन्हें वापस लौटा दिया गया। 6 जुलाई को जब वह फिर से स्कूल पहुंचे तो उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया। जिसके बाद इन लोगों ने इसकी शिकायत की और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी। आज जब फिर से स्कूल के अंदर प्रवेश नहीं मिला तो गेट के बाहर सड़क पर ही क्लास लगा दी और फिर हड़कंप मच गया।
क्या है पूरा मामला?
अब जरा पूरा माजरा सक्षम लीजिए, दरअसल कैसरबाग बस अड्डे से चंद कदम दूर सरकारी स्कूल सेंटीनियल पर शिक्षा माफिया ने कब्जा कर वहां नया प्राइवेट स्कूल मैथोड्रिस्ट चर्च स्कूल खोल दिया है। जिनमें एडमिशन हो गया शिक्षकों की नियुक्ति भी हो गई, अभिभावकों से मोटा पैसा लेकर उनके बच्चों को पढ़ाया भी जा रहा है। लेकिन करीब 500 छात्र जो पहले से ही यहां पढ़ते थे और कुछ ने नया एडमीशन लिया है वह अब बाहर हो गए हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त 135 साल पुराने प्रतिष्ठित स्कूल को शिक्षा माफिया द्वारा हड़प लिया गया और इसे अब मुक्त कराने के लिए मैनेजमेंट और शिक्षक आवाज उठा रहे हैं।
पूर्व मैनेजर की मौत के बाद हुआ खेल
स्कूल से जुड़े शिक्षकों का कहना है कि 2021 में स्कूल के पूर्व मैनेजर की मौत के बाद शिक्षा माफिया ने विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर मैनेजर से लेकर पूरी कमेटी दूसरी बनवा ली। नई कमेटी के सभी नियमों को दरकिनार कर सेंटीनियल इंटर कॉलेज के स्थान पर मैथोड्रिस्ट चर्च स्कूल शुरू कर दिया। यह सब बीते 5-6 महीने में हुआ है। शिक्षा माफिया की नजर इस पर कई सालों से गड़ी थी लेकिन अब अंदरुनी मिलीभगत कर उसे सफलता भी हासिल हो गई है। उसने शिक्षा विभाग से मिलकर पूरा खेल कर दिया और अमला खामोश बैठा रहा। इस पूरे मामले की कई बार शिकायत भी शिक्षा विभाग के अफसरों से की गई लेकिन सब हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे।
लखनऊ के नए डीआईओएस राकेश कुमार (Rakesh Kumar new dios of Lucknow) से जब न्यूजट्रैक ने फोन पर पूरे प्रकरण को जानना चाहा तो उनका जवाब था कि अभी 2 दिन हुआ कार्यभार ग्रहण किए। पूरे मामले की जानकारी नहीं है, जानकारी ले कर बताता हूं। लेकिन वह थोड़ी देर बाद सेंटीनियल पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी भी ली है। बताया जा रहा है जिस शिक्षा माफिया का इस पर कब्जा हुआ है उस पर दर्जनों आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सरकार को घेरा
सेंटीनियल स्कूल पर शिक्षा माफिया के कब्जे को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर सरकार को घेरा है। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा "लखनऊ के सरकारी स्कूल पर हुए प्राइवेट स्कूल वाले के कब्जे का यह सरकार कुछ करेगी या गुरुजन सड़कों पर ही गुरुकुल चलाने को बाध्य होंगे कहां है विश्व गुरु का दावा करने वाले?"