लखनऊ: बुंदेलखंड के किसानों पर मौसम की मार जारी है। बुरी खबर यह है कि इस सीजन में भी किसानों को पानी का टोटा होने वाला है। इसको देखते हुए प्रदेश शासन ने बुंदेलखंड के सात जिलों समेत कानपुर नगर को रबी फसल के लिए सूखाग्रस्त घोषित किया है।
सात जिलों में 33 प्रतिशत से अधिक का नुकसान
वर्ष 2015-16 की रबी फसलों की क्षति के बारे में संबंधित डीएम और मौसम विज्ञान विभाग से जब सूचना प्राप्त की गई तो पता चला कि रबी की फसलों की सात जिलों-चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, झांसी, जालौन, कानपुरनगर में 33 प्रतिशत या उससे अधिक की क्षति हुई है।
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ललितपुर में बुआई में 37.4 प्रतिशत की कमी
-इसके अलावा ललितपुर में बुआई में 37.4 प्रतिशत की कमी हुई है और रिमोट सेसिंग ने भी ललितपुर को सूखे की ही स्थिति में दर्शाया है।
-यहां की भौगोलिक स्थिति भी विषम है। इसको देखते हुए शासन ने इन सात जिलों सहित ललितपुर को भी सूखाग्रस्त घोषित किया है।
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किसानों को मिलेंगी ये राहत सुविधाएं
-राहत कैम्प का संचालन होगा, चिकित्सा व अनाज की व्यवस्था होगी।
-ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में टैंकरों से पानी की आपूर्ति।
-केंद्र सरकार से मुआवजा।
-मनरेगा से इच्छुक लोगों को रोजगार।
-नए हैंडपंप की स्थापना
इसके पहले यूपी में 50 जिलें किए गए थे सूखाग्रस्त घोषित
-आपको बता दें कि खरीफ की फसल के समय 60 प्रतिशत से कम वर्षां के आधार पर कुल 50 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया था।
-इन जिलों में 33 वर्षा न होने के कारण 33 प्रतिशत से अधिक की क्षति हुई थी।
इन जिलों को घोषित किया गया था सूखाग्रस्त
संतरविदास नगर, सोनभद्र, सुल्तानपुर, मीरजापुर, बलिया, सिद्धार्थनगर, शाहजहांपुर, बांदा, प्रतापगढ़, चंदौली, इटावा, बस्ती, बागपत, जौनपुर, फैजाबाद, गोंडा, कन्नौज, बाराबंकी, संतकबीरनगर, झांसी, जालौन, गोरखपुर, हाथरस, एटा, इलाहाबाद, गाजियाबाद, फर्रूखाबाद, मऊ, उन्नाव, रामपुर, हमीरपुर, ललितपुर, चित्रकूट, कानपुर नगर , लखनऊ, देवरिया, मैनपुरी, महराजगंज, आगरा, औरैया, पीलीभीत, अमेठी, महोबा, रायबरेली, कुशीनगर, कानपुर देहात, कौशाम्बी, फतेहपुर, अम्बेडकरनगर, बलरामपुर।