Etah News: हैंड पंप बना काल, मजदूरों को हाई टेंशन लाइन से लगा करंट
Etah News: घटना के बाद गुस्साये मृतकों के परिजनों ने मौके पर किसी भी अधिकारी के न पहुंचने और मुआवजे की मांगकर रहे हैं, शवों को घटना स्थल पर ही रख लिया गया है।
Etah News: उत्तर प्रदेश के एटा जनपद के थाना निधौली कला क्षेत्र के गाँव दूल्हा पुर में सरकारी इंडिया मार्का हैंडपंप ठीक करते समय हाईटेंशन लाइन से करंट लगने से दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गयी और एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए अवंती बाई मेडीकल कालेज एटा में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद गुस्साये मृतकों के परिजनों ने मौके पर किसी भी अधिकारी के न पहुंचने और मुआवजे की मांगकर रहे हैं शवों को घटना स्थल पर ही रख लिया।
घटना के सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी जलेसर कृष्ण मुरारी दोहरे ने बताया कि आज थाना निधौली कला क्षेत्र के ग्राम दुल्लापुर में प्रातः सड़क किनारे लगे एक और पंप को ठीक किया जा रहा था तभी अचानक ठीक करते समय नल के अंदर से निकाला जा रहा है पाइप 11000 की हाई टेंशन लाइन से छू गया जिससे नल ठीक कर रहे मिस्त्री प्रमोद पुत्र चोब सिंह उम्र 32 वर्ष निवासी रसीदपुर भूपेंद्र पुत्र रामपाल निवासी दयारामपुर उम्र 33 की करंट लगने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। और एक अन्य मिस्त्री सुनील पुत्र बेणीराम निवासी दयारामपुर उम्र 22 गंभीर रूप से घायल हो गया। जिनको उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
शिकायतों के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं
घटना की सूचना पर मौके पर मृतकों की परिजन पहुंच गए और वहां कोहराम मच गया भारी संख्या में भीड़ जमा हो गई घटना के बाद एकृतित हुई भीड़ ने किसी भी प्रशासनिक तथा बिजली विभाग के अधिकारी के न पहुंचने पर मृतकों की सभा को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने से मना कर दिया गया तथा मृतकों तथा घायल के परिजनों को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की समाचार लिखे जाने तक मौके पर थानाध्यक्ष समेत भारी पुलिस बल मौजूद था और समझने का कार्य जारी है। मौके पर क्षेत्रीय ग्रामीण रामलाल ने बताया की गांव के पास तथा खेतों में से हाई टेंशन लाइन के तार गुजर रहे हैं जो काफी नीचे है तथा पूर्व में भी इन आबादी वाले क्षेत्र में भी बिजली विभाग की लापरवाही के चलते काफी नीचे लगे तारों से पूर्व में भी कई घटनायें घट चुकी है। शिकायतों के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। वही पूर्व में हाईटेंशन लाइन के नीचे लगाये गये हैंडपंप में भी लापरवाही बरतने वालोँ पर भी ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की क्योंकि अगर हाई टेंशन लाइन से थोड़ा हटकर सरकारी नल लगाया जाता तो शायद यह घटना घटित न होती। आखिर इस पूरे घटनाक्रम में इन मौतों का जिम्मेदार कौन है? मृतकों की लापरवाही या पूर्व में हाई टेंशन लाइन के नीचे नल लगाने की अनुमति देने वाले अधिकारी, कर्मचारी या नीचे लगे तारों को ठीक न करने वाले विद्युत विभाग के अधिकारी , हमें सोचना होगा कि हम घटना के बाद में कार्यवाही या मुआवजा की मांग करने के स्थान पर , पूर्व में ही कार्य करते समय अगर सही जिम्मेदारी निभाये तो इन घटनाओं को रोका जा सकता है ।