Etah News: लेखपाल की दबंगई से परेशान हुआ पूरा गांव, गेंहू की फसल जुतबाकर निकाली सड़क
Etah News Today: लेखपाल द्वारा बिना किसी पैमाइश तथा सूचना दिये बगैर ही एक पीड़ित किसान के खेत मे खड़ी गेंहू की फसल को जबरन जुतवा कर नष्ट करा दिया गया है।;
Etah News Today Domineering Accountant Ploughed the Wheat Crop and Cleared the Road
Etah News: एटा उत्तर प्रदेश के एटा जनपद की तहसील जलेसर क्षेत्र की ग्राम सभा इसौली में प्रधान व लेखपाल की दबंगई ग्रामीण के लिये मुसीबत बन गयी है जिन्होने जबरन निजी पैतृक भूमि में फसल जोतकर सड़क निकाल दी पीड़ित व्यक्ति ने एस डी एम जलेसर के भावना विमल से शिकायत कर न्याय की मांग की है।
तहसील प्रशासन गांव के एक युवक के लिए नासूर बन गयी है। ग्राम सभा पर तैनात लेखपाल आशू के कानून हाथ में लेने और जन विरोधी कृत्यों की शिकायतों के आये दिन आने से न सिर्फ तहसील प्रशासन की अपितु शासन प्रशासन की भी छवि धूमिल हो रही है।
उक्त लेखपाल द्वारा बिना किसी पैमाइश तथा सूचना दिये बगैर ही एक पीड़ित किसान के खेत मे खड़ी गेंहू की फसल को जबरन जुतवा कर नष्ट करा दिया गया है। पीड़ित किसान द्वारा इसकी शिकायत एसडीएम जलेसर से कर न्याय की गुहार लगाई गई है। घटना क्रम के अनुसार तहसील क्षेत्र के ग्राम इसौली निवासी भुवनेश पाठक पुत्र महेश पाठक ने बताया कि ग्राम सभा इसौली के गाटा संख्या 880/1.117 है0 उसका पैतृक चक है। इस चक में गेहूं की फसल खड़ी हुई है। गत 22 मार्च 2025 को पीड़ित की गैरमौजूदगी में बिना किसी सूचना के ग्राम प्रधान व क्षेत्रीय लेखपाल आशू तथा गांव के ही दबंग व्यक्ति धीरेन्द्र चौहान पुत्र राजेश्वर चौहान व उसके मामा दिनेश कुमार पुत्र पूरन सिंह निवासी नगला सुखदेव ने जबरन खड़े होकर पीड़ित के खेत में खड़ी गेहूं की फसल को जुतबाकर गुण्डागर्दी के बल पर रास्ता डलवा दिया है।
उक्त प्रकरण की जानकारी होने पर पीड़ित भुवनेश ने धीरेन्द्र से फसल नष्ट नही कराये जाने को कहा तो उक्त दबंग आरोपी झगड़ा करने पर अमादा हो गये थे। जिससे पीड़ित मौके से भाग आया था। पीड़ित ने एसडीएम से न्याय की गुहार लगायी थी। लेकिन अभी तक तहसील प्रशासन द्वारा इस सम्बन्ध में कोई कार्रवाई नही की गई है। पीड़ित का आरोप है कि क्षेत्रीय लेखपाल आशू ने बिना किसी सूचना के मौके पर जाकर पीड़ित की खेत मे खड़ी फसल को बर्बाद करवा दिया है। जो कि कानून के विरुद्ध है।
विदित हो कि उक्त क्षेत्रीय लेखपाल पूर्व में भी अवैध खनन आदि अवैध क्रिया कलापों को लेकर विवादों में रहा है लगभग नौ माह पूर्व ट्रांसफर हो जाने के बाबजूद तहसील प्रशासन उक्त लेखपाल को राजनैतिक दबाव के चलते कार्यमुक्त नही कर सका है।