Etawah: इटावा जाएं तो चम्बल नदी से दूर रहे अन्यथा आपकी भी जा सकती है जान, जानिए क्यो?

Etawah: इटावा जनपद के ग्राम खेड़ा अजब सिंह में मगरमच्छ का शिकार बनी कक्षा 9 की छात्रा शालू के शव का तीन दिन बीतने के बाद भी आज तक सरकार के गोताखोरों की टीम उसके शव को नही खोज सकी है।

Report :  Sandeep Mishra
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-05-16 12:22 IST

मगरमच्छ (फोटो-सोशल मीडिया) 

Etawah: अगर इटावा जिले में आप लोग जाएं, तो चंबल नदी के आसपास न फटके,अन्यथा आपका जीवन समाप्त हो सकता है।इसलिये इटावा की चंबल नदी से दूरी बना कर रखें।

मगरमच्छ का निवाला बन सकते हैं आप

इस समय इटावा की चंबल नदी(Chambal River) में मगरमच्छ का आतंक है।नदी के पानी मे आपने प्रवेश किया तो चंबल नदी के पानी मे मौजूद मगरमच्छ आपको अपना निवाला बना लेंगे।इटावा जनपद के ग्राम खेड़ा अजब सिंह में मगरमच्छ का शिकार बनी कक्षा 9 की छात्रा शालू के शव का तीन दिन बीतने के बाद भी आज तक सरकार के गोताखोरों की टीम उसके शव को नही खोज सकी है।घायल पिता व अन्य परिजनों का का रो-रो कर बुरा हाल है।

किशोरी को खोजने का चल रहा है अभियान

इटावा की चम्बल नदी में एस डी आर एफ, सेंचुरी वन विभाग की टीम गत गुरुवार के दिन से नदी में अपना सर्च ऑपरेशन चला रही है लेकिन अब तक किशोरी के शव को टीम खोज नहीं पा रही है। 


दहशत में है नदी किनारे के ग्रामीण

चम्बल नदी में लगातार बढ़ रही मगरमच्छ की संख्या कारण नदी किनारे बसे गाँव मे रहने वाले ग्रामीण ख़ौफ़ज़दा हैं।गत अप्रैल से लेकर जून के माह में मगरमच्छ एवं घड़ियाल नदी किनारे बालू में अपने अंडे देते हैं।

नेस्टिंग के चलते इन दिनों मगरमच्छ बेहद हिंसक हो जाते हैं जिसके चलते नदी किनारे जाने वाले लोगो पर बराबर आये दिन हमले होते रहते हैं।पिछले 1 माह में चंबल नदी किनारे 2 बच्चो को मगरमच्छ अपना निवाला बना चुके हैं।

वन विभाग की टीम ग्रामीणों को दे रही है चेतावनी

इटावा में वन विभाग सेंचुरी की टीम गाँव गाँव मे जाकर ग्रामीणों से चम्बल नदी में न जाने की चेतावनी दे रही है।वह विभाग के अधिकारियों ने चम्बल नदी के किनारे बसे ग्रामीणों से यह अपील की है कि वे खुद व अपने बच्चों को नदी के आसपास न जाने दें।

गुरुवार को किशोरी को मगरमच्छ ने बना लिया अपना निवाला

इटावा थाना बढ़पुरा के ग्राम अजबपुर की मढैया की रहने वाली एक कक्षा 9 की छात्रा को चम्बल नदी में एक मगरमच्छ ने अपना निवाला बना लिया था।यह घटना उस समय घटी जब अपने पिता के साथ नदी किनारे बकरियां चराने गयी छात्रा, जब नदी में अपनी बकरियों को पानी पिलाने लगी तभी एक मगरमच्छ ने छात्रा पर हमला बोल दिया।

जब किशोरी की चीख पुकार सुनकर उसके पिता चम्बल नदी के पास पहुंचे तो मगरमच्छ ने उन पर भी हमला बोल दिया।इस हमले में किशोरी के पिता भी गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं।जबकि मगरमच्छ किशोरी को नदी के भीतर खींच ले गया है।तब से किशोरी का कोई आता पता नहीं है।

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