Mahoba News: 70 बीघा फसल बर्बाद देख किसान ने खेत में लगा ली फांसी, बैंक के कर्ज और बेटी की शादी की चिंता से था परेशान
Mahoba News: महोबा में पूर्व में 3 दिन लगातार बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो चुकी है। साल भर किसानों की मेहनत पर दैवीयआपदा ने पानी फेर दिया।
Mahoba News: दैवीय आपदाओं का दंश झेल रहे बुंदेलखंड में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलों के बर्बाद होने के बाद किसान हताश और परेशान है तो वहीं मौत को भी गले लगा रहा है। महोबा में 70 बीघा के काश्तकार ने फसल बर्बादी देख अपने ही खेत में फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। किसान अपनी जवान बेटी की शादी की चिंता और बैंक से लिए गए कर्ज से परेशान था। किसान की आत्महत्या करने से उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम करा कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
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महोबा में पूर्व में 3 दिन लगातार बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की सैकड़ों बीघा फसल बर्बाद हो चुकी है। साल भर किसानों की मेहनत पर दैवीयआपदा ने पानी फेर दिया। चना, मटर, सरसों और गेहूं की फसल बर्बाद हुई है। जिसके चलते किसान अपने परिवार के भरण-पोषण को लेकर चिंतित है। महोबा सदर तहसील के गांव बिलबई में एक किसान ने फसल की बर्बादी देख आत्महत्या कर ली।
बताया जाता है कि बिलबई गांव में रहने वाले 45 वर्षीय किसान महेश की 70 बीघा खेती है। जिसके भरोसे वह अपने परिवार को पाल रहा है। किसान के दो पुत्र और दो पुत्रियां है। बड़ी पुत्री की शादी के बाद छोटी की शादी की चिंता को लेकर परेशान था। उसे उम्मीद थी कि इस बार हुई फसल बैंक से लिए गए कर्ज के साथ-साथ बेटी के हाथ पीले करने में मददगार साबित होगी, लेकिन अचानक बदले मौसम ने किसान का सब कुछ बर्बाद कर दिया। 70 बीघा की फसल नष्ट हो गई।
क्या बताते हैं मृतक के परिजन
मृतक के परिजन धर्मेंद्र और पुत्र शिवम बताते हैं कि बारिश होने के बाद से किसान घर में आए दिन फसल के बर्बाद हो जाने की चर्चा कर रहा था और हताश होकर बैंक से ग्रीन कार्ड पर लिए गए एक लाख 80 हजार का कर्ज चुकाने को लेकर चिंतित था। पुत्र बताता है कि बीच में बैंक द्वारा इसके लिए दबाव भी बनाया गया, जिसके चलते पिता हताश रह रहे थे। फसल की कटाई को लेकर किसान सुबह घर से खेत गया हुआ था मगर लौट कर वापस नहीं आया। जब पुत्र खाना देने के लिए खेत पहुंचा तो पेड़ से लटका हुआ पिता का शव देख हैरत में पड़ गया। परिजनों का कहना है कि साल भर की मेहनत को बर्बाद देख किसान ने फांसी लगा ली। किसान की मौत होने से उसके परिवार में कोहराम मचा है तो वहीं मदद के लिए किया सरकार से आस लगाए बैठे हैं। पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और पुलिस अग्रिम कार्यवाही में जुटी है।