Samajwadi Party: ठंड से किसानों की हो रही मौत, सरकार लापरवाह- अखिलेश यादव

Samajwadi Party: अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि ऐसी व्यवस्था हो कि सर्दी में कोई बाहर न सोए। पर हकीकत में रैन बसेरे नहीं दिखते। अस्पतालों में बीमारो के साथ आए तीमारदारों को इन दिनों भीषण ठंड में कहीं सिर छुपाने को जगह नहीं मिल रही है।

Written By :  Anant kumar shukla
Update: 2022-12-28 14:09 GMT

Farmers are dying due to cold the government is careless Akhilesh Yadav (Social Media)

Samajwadi Party: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि पूरा प्रदेश सर्दी और गलन से कांप रहा है। मौसम की मार से गरीब और किसान परेशान है। लगातार बढ़ती ठंडक जानलेवा होती जा रही है। पिछले कुछ दिनों में प्रदेश में ठंड से कई लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन भाजपा सरकार पूरी तरह से लापरवाह बनी हुई है। आमजन को सर्दी से बचाने के लिए न तो कहीं अलाव जलाए जा रहे हैं और न रैन बसेरों का उचित इंतजाम है। गरीब और किसानों की कड़ाके की ठंड से मौत हो रही है।

अभी तक गरीबो नहीं मिला कंबल

अखिलेश यादव ने कहा कि गरीबों और आम जनता को ठिठुरन और कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए पहले समाजवादी पार्टी की सरकार में कंबल और अन्य गर्म कपड़ों का वितरण किया जाता था। लेकिन भाजपा सरकार पूरी तरह से जनता की परेशानियों के प्रति संवेदनशून्य बनी हुई है। जब लोग ठंड से ठिठुरने लगे हैं, तब कंबल खरीद के टेंडर हो रहे हैं। पता नहीं किस गुणवत्ता के कंबल हैं और कितने दिनों में मिल पाएंगे।

रैनबसेरों के न होने से बाहर सोने के लिए मजबूर

अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि ऐसी व्यवस्था हो कि सर्दी में कोई बाहर न सोए। पर हकीकत में रैन बसेरे नहीं दिखते। अस्पतालों में बीमारो के साथ आए तीमारदारों को इन दिनों भीषण ठंड में कहीं सिर छुपाने को जगह नहीं मिल रही है। वे खुले में पेड़ों के नीचे रात बिताने को मजबूर हैं। धुंध और कोहरे के चलते यातायात बाधित हो रहा है। दुर्घटनाएं हो रही हैं। लोगों की मौतें हो रही है। स्कूल जाने वाले बच्चों को भारी परेशानी हो रही है।

ठंड से हुई कई मौते

उन्होने बताया कि उन्नाव जिले के कोतवाली गंगा घाट में अपने खेतों में फसल की रखवाली करने गए नन्हा लोधी पुत्र छोटेलाल निवासी खेड़ा की ठंड लगने से मौत हो गई। इसी तरह से बांदा में पिछले शुक्रवार को खेत में सिंचाई करने के दौरान ठंड लगने से एक किसान की मौत हो गई। कानपुर देहात के संदलपुर क्षेत्र में भी फसल में पानी लगाने गए किसान की ठंड लगने से मौत हो गई। जिन लोगों की ठंड से मौतें हो रही है। सरकार उन्हें तत्काल आर्थिक मुआवजा दे।

कड़ाके की सर्दी और शीत लहर से प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। ठंडी बढ़ने के साथ ही हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। पिछले सप्ताह कानपुर में इसी तरह की घटनाओं से चार लोगों की मौत हो चुकी है। आखिर भाजपा सरकार और प्रशासन नींद से कब जागेगा।

Tags:    

Similar News