Jaunpur News: थाने के गेट से पुलिस का वाहन उठा ले गये बेखौफ चोर, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
Jaunpur News: जौनपुर पुलिस इस समय चर्चा में है, अपराधी थाने से उन्ही के सरकारी वाहन को उड़ा ले जा रहे है और पुलिस बेखबर रहती है तो यह पुलिस आम जन की सुरक्षा क्या कर सकती है।
Jaunpur News: जौनपुर पुलिस ( Jaunpur Police) को लेकर आज सुबह से एक चर्चा जबरदस्त है कि जब पुलिस अपने सामान की सुरक्षा नहीं कर पा रही और अपराधी थाने से उन्ही के सरकारी वाहन को उड़ा ले जा रहे है और पुलिस बेखबर रहती है तो यह पुलिस आम जन की सुरक्षा क्या कर सकती है। इसी के साथ थाने से सरकारी वाहन की चोरी की घटना यह भी संकेत करती है कि पुलिस का कोई खौफ अब अपराधियों में नहीं है इसका कारण लोग पुलिस को ही मान रहे है।
यहां बता दें कि बीते 30 नवंबर को लगभग साढ़े तीन बजे के आसपास थाना के मुख्य गेट पर खड़ी पुलिस की सरकारी गड़ी यूपी 62 0420 जिससे स्वंय थाना प्रभारी क्षेत्र में भ्रमण करते थे। हौसला बुलंद बदमाश चोर गाड़ी लेकर वाराणसी की ओर भाग गया और घन्टो थाने की पुलिस बेखबर रही।काफी समय बाद जब गाड़ी थाने पर खड़ी नहीं मिला तब जा कर पुलिस के होश उड़ गये। हलांकि घटना के बाद जौनपुर से वाराणसी तक चुपचाप पुलिसिया जाल बिछाया और एक दिसम्बर की दोपहर गाड़ी के बरामदगी का दावा करती रही लेकिन गाड़ी उपरोक्त समाचार प्रेषण तक थाने पर नहीं नजर आ रही थी इसके कारण पुलिस के दावे पर विश्वास करना कठिन प्रतीत हो रहा था।
पुलिस जन कुछ भी बोलने से कर रहे परहेज
इस घटना के सम्बन्ध में पुलिस विभाग के अधिकारियों और थाने के पुलिस जनों से लगातार बात करने का प्रयास किया गया उनका बयान लेने की तमाम कोशिशे नाकाम इसलिए रही कि पुलिस जन कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे है। बात तो दूर की बात है मीडिया के लोंगो का फोन तक रिसीव नहीं कर रहे है। थाने के सामने से चोरी हुए वाहन की घटना ने यह भी साफ कर दिया कि अपराधियों में पुलिस का कितना खौफ है। हलांकि कि पुलिस समस्त सीसी कैमरे को खंगालने में जुटी रही। लेकिन दूसरे दिन तक कुछ भी जानकारी हासिल नहीं हो सकी थी।
पुलिस के हाथ अभी खाली है
सूत्रों की माने तो थानाध्यक्ष का सूमो को कोई चोर ले गया है। जबकि एक जिम्मेदार अधिकारी ने कहा कि थानाध्यक्ष मौजूदा समय में अवकाश पर थे लाइन बाजार थाने में तैनात अधिकारी से लेकर पुलिस कर्मचारी तक सरकारी गाड़ी को ढूंढने में रात दिन लगे हैं। लेकिन सूत्र की माने तो पुलिस के हाथ अभी खाली है। तेज तर्रार पुलिस जब अपने चोरी गये वाहन को खोजबीन करने में विफल दिख रही है तो आम जन के साथ अपराधिक घटनाओ का खुलासा कैसे करती है सहज अनुमान लगाया जा सकता है।