Lucknow: सीएम योगी का कड़ा एक्शन, नियुक्ति में धांधली पर शकुंतला विवि के पूर्व कुलपति समेत 6 शिक्षकों पर गिरी गाज

Lucknow: सीएम योगी ने राजधानी के डॉ शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति समेत छह शिक्षक और एक विधि अधिकारी पर भ्रष्टाचार के मामले को लेकर बड़ी कार्रवाई की है।

Report :  Rahul Singh
Update: 2022-08-20 16:21 GMT
Click the Play button to listen to article

Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बार फिर कड़ा एक्शन लिया है। सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) ने राजधानी के डॉ शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय (Dr. Shakuntala Mishra Rehabilitation University) के पूर्व कुलपति समेत छह शिक्षक और एक विधि अधिकारी पर भ्रष्टाचार के मामले को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। सीएम योगी के निर्देश पर पूर्व कुलपति निशीथ राय पर एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। जबकि 6 शिक्षक और एक विधि अधिकारी को बर्खास्त कर दिया गया है। यह नियुक्तियां पूर्व कुलपति निशीथ राय के कार्यकाल के दौरान की गई थी। बता दें इससे पहले पूर्व कुलपति को मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद बर्खास्त भी कर दिया गया था।

क्या है पूरा मामला?

गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के सामान्य परिषद के अध्यक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। विश्वविद्यालय में नियुक्ति को लेकर भ्रष्टाचार (Corruption) का मामला जब उजागर हुआ था तब पूर्व कुलपति प्रोफेसर निशीथ राय पर एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की फाइल मुख्यमंत्री को भेजी गई थी। सीएम योगी ने इस मामले में संज्ञान लिया और अब उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जिन सात लोगों की नियुक्तियां इस दौरान की गई थी उन्हें सेवा से बर्खास्त भी कर दिया गया है।

इन पर गिरी गाज

जिन लोगों पर गाज गिरी है उसमें दृष्टिबाधित विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर अध्याशक्ति राय, कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रोफेसर आर के श्रीवास्तव और अंग्रेजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर विपिन पांडे शामिल हैं। इसके साथ ही फाइन आर्ट्स विभाग के अवधेश मिश्र, विधि अधिकारी डॉक्टर आलोक मिश्रा को भी बर्खास्त किया गया है। कार्य परिषद की बैठक में इन छह लोगों की नियुक्तियों को गलत ठहराया गया था। जिसके बाद इन पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है।

नियुक्त में नहीं हुआ था आरक्षण नियमों का पालन

जिन छह शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है। उन पर आरोप है कि इनकी नियुक्ति नियमों को दरकिनार कर की गई थी। आरक्षण नियमों का पालन नहीं किया गया था। पूर्व कुलपति प्रोफेसर निशीथ राय पर आरोप है कि उन्होंने वित्तीय अनियमितता और भर्तियों में गड़बड़ी की है। आपको बता दें इससे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर निशीथ राय के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवा चुका है। जिसके बाद अब शकुंतला विश्वविद्यालय में भी नियुक्ति में धांधली के मामले में पूर्व कुलपति बुरे फंस गए हैं।

Tags:    

Similar News