प्रदेश के विभिन्न जिलों में दिखा आग का तांडव, आंसू भरी नजरों से उम्मीदों को स्वाहा होते देखता रहा किसान
शामली/प्रतापगढ़/संभल/मुरादाबाद/सुल्तानपुर: ज्यों-ज्यों गर्मी प्रचंड रूप धारण कर रही है प्रदेश में आगजनी की घटनाएं बढती जा रही है। रविवार (9 अप्रैल) को राज्य के विभिन्न हिस्से से आग लगने की घटना सामने आई। लेकिन दुखद बात ये रही कि इन सभी जगहों पर आग किसानों के खेतों में लगे। इससे उनकी साडी मेहनत जलकर खाक हो गई। जहां उन्हें उम्मीद थी कि इस बार अच्छी फसल उनके कई अरमानों को पूरा करेंगे लेकिन हुआ इसके उलट। ये आग खेत में नहीं बल्कि उनके दिल में लगी थी जिसे बस वो भरी देखते रहे।
पहली घटना:
शामली के झिंझाना क्षेत्र रोहटन में गेंहू की फसल में भीषण आग लग गई, जिससे लगभग 40 बीघा फसल जलकर खाक हो गई। आग कैसे लगी इस बात का पता नहीं चल पाया। आग लगने की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी गई जिसके बाद भी दमकल विभाग मौके पर नहीं पहुंच सकी। गांव वालों ने खुद ही आग पर काबू पाया। इससे दमकल विभाग के प्रति लोगों में खासा रोष है।
अन्य खेतों को भी लिया चपेट में
यह आग जसवंत नाम के किसान के खेत में लगी थी। देखते ही देखते यह आग अन्य खेतों में फैलनी शुरू हो गई। जिससे चार किसानों की लगभग 40 बीघा गेंहू की फसल जलकर खाक हो गई। किसानों को जैसे ही खेत में आग की खबर मिली वह भागता हुआ मौके पर पहुंचा। तब तक ग्रामीण भी खेत तक पहुंचे और आग पर काबू पाने में जुट गए। लेकिन किसान जब तक आग पर काबू पाते तब तक आग कर्नेल सिंह, अवतार सिंह और हाजी बाला के खेतों में भी फैल गई। जिसके बाद ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया।
दूसरी घटना:
दूसरी घटना, मुरादाबाद संभल मार्ग के मैनाठेर थाना क्षेत्र के गांव महमूदपुर माफ़ी का है। यहां लगभग दो एकड़ खेत में रखी लाखों रुपए की तूरी की भूसी में अचानक आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि देखते ही देखते उसने विकराल रूप ले लिया। इस वजह से संभल मुरादाबाद मार्ग को घंटों रोक दिया गया। आग की सूचना पर मौके पर पहुंची दमकल की आधा दर्जन से अधिक गाडियां आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटी रही। आग के कारण हाईवे पर भीषण जाम लग गया। आग की लपटें हवा के सहारे रास्ते तक पहुंच गई।
तीसरी घटना:
तीसरी घटना, संभल जिले में हुई जहां एक किसान के खेत में अचानक आग लग गई, जिससे खेत लगी गेंहू की 30 बीघा फसल जलकर खाक हो गई। अब किसान को सरकारी राहत मिलने की आस बची है।
यह घटना बहजोई थाना क्षेत्र के पवांसा गांव की है। यहां के निवासी चन्द्रपाल को रविवार दोपहर खबर मिली कि खेत में आग लग गई है। वह खेत की तरफ भागा। कुछ ही देर बाद आग काफी तेज हो गई। घंटों मशक्कत के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका। राहगीरोंं के साथ फायर बिग्रेड ने भी भरपूर कोशिश की लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इस दरमियां किसान की खेत में लगी गेंहू की 30 बीघा फसल जलकर राख हो गई। किसान का कहना है कि 'मेरी लाखों रुपए की फसल आंखों के सामने खाक हो गया। मेरी अरमानों पर पानी फिर गया।'
सूचना के बाद मौके पर लेखपाल और स्थानीय पुलिस पहुंच गई। किसान को योगी सरकार से राहत मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा सिरसी में भी एक खेत में आग लगने की खबर मिली है।
चौथी घटना:
चौथी घटना, सुलतानपुर से है जहां दो गांवों में अचानक लगी भीषण आग ने अपनी चपेट में आसपास के 13 घरों को ले लिया। इस घटना में करीब 4 साल की एक बच्ची के अलावा 8 जानवरों की झुलसकर मौत हो गई। मृतका के पिता का कहना है, 'मेरी बेटी सो रही थी, तभी आग लग गई। सूचना के बाद भी फायर ब्रिगेड मौके पर नहीं पहुंची। ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया।'
घटना हलियापुर थानाक्षेत्र का है। यहां के जरई कला गांव के पश्चिम जंगल और लाल मजरे डोभियारा गांव में सुबह 10 बजे के करीब भीषण आग लग गई। आग करिया कोरी के युवक राम प्रकाश के घर से बढ़ती हुई पड़ोस के मकानों तक फ़ैल गई। इस घटना में चार साल के बेटी खुशबू की झुलसकर मौत हो गई। साथ ही 13 अन्य घर भी जलकर खाक हो गए। वहीं, क्षेत्रीय लेखपाल शिवकुमार शुक्ल ने मौके पर पहुंचकर आग से हुए नुकसान का जायजा लिया।
पांचवीं घटना:
पांचवीं घटना प्रतापगढ़ से है। यहां कंधई थाना क्षेत्र के दारछुट गांव की है जहां आग की वजह से कई एकड़ फसल जलकर खाक हो गई। किसी तरह फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।