परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बसों में आग लगने की घटनाओं का लिया संज्ञान, बोले प्रभावी रोकथाम किया जाए
UP News: दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, कि निगम बसों में आग लगने की घटनाओं की रोकथाम हेतु सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।
UP News: प्रदेश में नगर निगम की बसों में आग लगने की कई घटनाओं के सामने आने के बाद शासन शख्त है। उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, कि निगम बसों में आग लगने की घटनाओं की रोकथाम हेतु सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि सभी बसों में नियमित रूप से क्षेत्रीय प्रबंधक एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अपने स्तर से जांच करें कि बसों में सभी उपकरण सही काम कर रहे हैं या नहीं। बसों के अंदर कोई भी प्रतिबंधित, ज्वलनशील एवं विस्फोटक पदार्थ न हो। सभी यात्री बसों में अग्निशमन होने चाहिए और यह सही हालात में हो। बसों के आपातकालीन द्वार भी कार्य कर रहे होंने चाहिए। उन्होंने कहा कि बसों को डिपो में दुरुस्त कराकर ही चलने के लिए सड़कों पर भेजें।
दयाशंकर ने निर्देश देते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति होने पर जिम्मेदारी तय कर के संबंधित के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय प्रबंधक सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक माह में एक बार डिपो का निरीक्षण अवश्य करें और समय-समय पर औचक निरीक्षण भी करे कि कार्यवाही सुचारु रूप से समयबद्ध तरीके से हो रही है या नहीं।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के एमडी संजय कुमार ने बताया कि परिवहन मंत्री के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा और बसें पूरी तरह से सुरक्षा उपकरणों से पूर्ण करके ही संचालित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी क्षेत्रीय/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को मुख्यालय से आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिये गये हैं।
बता दें कि अभी हाल ही में लखनऊ से बहराइच (Lucknow to Bahraich) जा रही अवध डिपो की एसी बस के इंजन में शार्ट-सर्किट की वजह से सोमवार दोपहर अचानक आग लग गई थी। बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने सूझबूझ दिखाई जिससे यात्रियों की जान बच सकी। समय रहते सभी यात्रियों को सुरक्षित बस से उतार लिया गया था। बस में रखे सभी सामान भी समय रहते बाहर निकाल लिए गए। सभी सुरक्षित बचा लिए गए। दमकल और पुलिस वालों ने जब तक आग बुझाने की कोशिश की तब तक पूरी तरह से जल चुकी थी। सभी यात्रियों को बाद में अवध डिपो (Avadh Depot) की किसी अन्य बस से गंतत्व तक पहुंचाया गया। हादसे की वजह से लखनऊ-अयोध्या हाईवे (Lucknow-Ayodhya Highway) पर लंबा जाम लग गया था।