Firozabad: बाइक और ऑटो की भिडंत में मिस्त्री की मौत, परिवार में मचा कोहराम

Firozabad: जिले में बाइक और ऑटो की आमने-सामने की भिडंत में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।

Report :  Brajesh Rathore
Published By :  Deepak Kumar
Update: 2022-04-23 12:59 GMT

बाइक और ऑटो की भिडंत में मिस्त्री की मौत (प्रतीकात्मक तस्वीर, साभार : सोशल मीडिया)

Firozabad: जिले में बाइक और ऑटो की आमने-सामने की भिडंत में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। हादसे की जानकारी होते ही परिवार में चीखपुकार मच गई। परिजन अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।

तेज गति से आ रहे ऑटो ने मारी टक्कर

जानकारी के अनुसार नगर के मोहल्ला सजलपुर निवासी निशांत (20) पुत्र सुंदर सिंह जाटव पत्थर लगाने का मिस्त्री है। शनिवार दोपहर को निशांत अपनी बाइक लेकर फिरोजाबाद की तरफ गलत दिशा से नेशनल हाईवे पर जा रहा था। जब उसकी बाइक बालाजी मंदिर के सामने पहुंची, तभी सामने से तेज गति से आ रहे ऑटो ने टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा होते ही ऑटो में बैठी सवारियों में चीखपुकार मच गई। चालक ऑटो छोड़ कर भाग गया।

सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने घायल को संयुक्त चिकित्सालय लाई। इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। हादसे की जानकारी होते ही युवक के परिवार में कोहराम मच गया। परिचन चीख पुकार करते हुए अस्पताल पहुंचे।


भिडंत में एक युवक की मौत

इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक उदयवीर सिंह मलिक (In-charge Inspector Udayveer Singh Malik) का कहना है कि ऑटो और बाइक की भिडंत में एक युवक की मौत हो गई। शव पोस्टमार्टम के ले लिए फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज भेज दिया है।

दिव्यांग पिता और मां का रो-रो कर बुरा हाल

निशांत के पिता सुंदर सिंह आंखों से दिव्यांग हैं। दो भाइयों में बड़ा निशांत पत्थर का मिस्त्री था। इसी से पूरे परिवार का गुजारा चला रहा था। छोटा भाई आदित्य अभी पढ़ रहा है। पति के दिव्यांग होने और अब बड़े पुत्र की हादसे में मौत हो जाने से मां ममता का रो-रो कर बुरा हाल है। पिता की लाठी का सहारा बेटा की हादसे में मौत के बाद दिव्यांग पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।


शव को ले जाने के लिए काफी देर तक हुई जद्दोजहद

गरीब और लावारिश शवों को ले जाने के लिए शासन द्वारा संयुक्त चिकित्सालय को एक शव वाहन दिया गया है। शव वाहन हर समय अस्पताल परिसर में खड़ा रहता है। लेकिन इसको चलाने के लिए कोई चालक नहीं दिया गया है। जिसकी वजह से हादसे में मृत युवक के शव को फिरोजाबाद तक पहुंचाने के लिए अस्पताल प्रशासन और पुलिस विभाग के बीच काफी देर तक चर्चा होती रही।

पुलिस घटना की गंभीरता को देखते हुए प्राइवेट वाहन से शव को ले जाना चाहती थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन शव वाहन से शव को भेजना चाहता था। पुलिस ने प्राइवेट वाहन मंगा लिया, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने उससे नहीं ले जाने दिया। इसके बाद सीएमएस ने अपने चालक सुरेश कुमार टालू को बुला कर शव को शव वाहन से फिरोजाबाद भेजा।

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