गवर्नर के सुझाव पर पहली बार सरकार मना रही ‘यूपी स्थापना दिवस’, जानिए क्यों?

Update: 2018-01-21 11:08 GMT

लखनऊ: यूपी के गवर्नर राम नाईक के सुझाव पर योगी आदित्यनाथ सरकार 24 जनवरी को पहली बार ‘उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस’ मना रही है। खुद गवर्नर ने राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही। उनके मुताबिक, 'जिस तरह एक मई को मुंबई और एक अप्रैल को उड़ीसा का स्थापना दिवस होता है। उसी तरह 24 जनवरी को यूपी का स्थापना दिवस होता है। सन 1950 में इसी दिन 'यूनाइटेड प्रोविंस' का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश किया गया था। उधर, मुम्बई में उत्तर भारतीयों द्वारा पिछले 30 वर्षों से 24 जनवरी को यूपी स्थापना दिवस मनाया जा रहा है।'

इसके पहले राज्यपाल कई बार सार्वजनिक मंचों से यह जिक्र कर चुके हैं कि अखिलेश सरकार में भी उन्होंने 24 जनवरी को यूपी स्थापना दिवस मनाने का सुझाव दिया था। पर उस सरकार में इस पर अमल नहीं हो सका। इधर, बीजेपी सरकार बनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने गवर्नर के सुझाव को गंभीरता से लिया और इस पर तुरंत अमल करते हुए 24 जनवरी को यूपी स्थापना दिवस मनाने का ऐलान किया। प्रदेश में पहली बार आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडु मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस मौके पर अनेक योजनाओं की शुरुआत भी की जाएगी।

24 से 26 जनवरी तक 'यूपी दिवस'

राजधानी के अवध शिल्पग्राम में यूपी दिवस का आयोजन 24 से 26 जनवरी तक होगा। यूपी दिवस की थीम 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' रखी गई है। इसके तहत हर जिले की एक प्रसिद्ध उत्पाद के प्रदर्शन का मौका दिया जाएगा। सूचना विभाग यूपी दिवस की तैयारी में जुटा हुआ है। डीएम लखनऊ कौशलराज शर्मा के मुताबिक यूपी दिवस के साथ ही 24 जनवरी से लखनऊ महोत्सव भी शुरू होगा। इसमें पहले तीन दिन यूपी दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

ये है प्रदेश की खासियत:

-यूपी का देश के नक्शे में विशिष्ट स्थान है।

-यह भगवान राम और कृष्ण की जन्मस्थली है।

-गंगा और यमुना नदियां यहां बहती हैं।

-यहां अनेक धार्मिक और शैक्षिक महत्व के संस्थान हैं।

-वाराणसी की पहचान सांस्कृतिक राजधानी की है।

-लखनऊ के निवासी कला एवं साहित्य प्रेमी है।

-यहां प्रतिदिन शैक्षिक एवं सांस्कृतिक आयोजन होते हैं।

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