विदेशी स्टूडेंट्स ने जाना करवाचौथ का महत्व, इन्हें इंडियन कल्चर से है बेहद लगाव
आगराः करवाचौथ की तैयारियों में देश की महिलाएं ही नहीं बल्कि विदेशी भी हैं। आगरा के केंद्रीय हिंदी संस्थान में पढ़ने आईं विदेशी स्टूडेंट्स को उनकी क्लास में करवाचौथ की जानकारी दी गई। स्टूडेंट्स करवाचौथ की पूरी जानकारी सुनकर उत्साहित हैं। वे अपने जीवनसाथी के साथ भारतीय परम्परा को निभाने की बात कर रही हैं।
केंद्रीय हिंदी संस्थान में संस्कृत की टीचर डॉ.मीरा सरीन ने बताया कि विदेशी स्टूडेंट्स को भारतीय संस्कृति की जानकारी दी जाती है। इस बार उन्हें करवाचौथ के बारे में बताया गया। स्टूडेंट्स इस भारतीय त्योहार के बारे में जानकर आश्चर्यचकित रह गईं। उन्होंने भारतीय संस्कृति में इसकी महत्ता समझी। वे ये जानकार चकित रह गईं कि भारत में कोई महिला पूरे दिन बिना कुछ खाए पिए अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन उपवास रखती है।
आपको बता दें कि विदेशी स्टूडेंट्स को भारतीय कल्चर में मेहंदी बहुत पसंद है। करवाचौथ पर महिलाओं द्वारा लगाई जाने वाली मेहंदी बहुत आकर्षित होती हैं। वह चाहती हैं कि जब उनकी शादी हो, तो वे भी इंडियन मेहंदी लगाएंगी।
क्या कहती हैं विदेशी स्टूडेंट्स?
वहीं आर्मोनिआ की सोना पेट्रोनिया ने बताया कि मुझे भारतीय संस्कृति से बेहद लगाव है। करवाचौथ के दिन जब महिलाएं सजती संवरती हैं तो उन्हें उसे देखने की इच्छा है। भारत के गहनों के बारे में उन्होंने बहुत सुना है। उन्हें क्लास में बताया गया कि महिलाएं करवा चौथ पर गहनें पहनती हैं। इस बात को लेकर वे बहुत उत्साहित हैं कि तरह—तरह के गहनों को महिलाएं धारण करती हैं।
बांग्ला देशी छात्र सुलताना कहती है कि जीवनसाथी के साथ बंधने पर वे भी गहने पहनेंगीं। उन्होंने बताया कि करवाचौथ का दिन बहुत स्पेशल होता होगा। उनके देश में इस तरह की परंपरा नहीं है। यहां पति—पत्नी एक दूसरे के बारे में सोचते हैं। पूरे दिन महिलाएं कुछ भी नहीं खाती हैं और न ही पानी पीती हैं ये वाकई एक स्पेशल दिन होगा।
क्या कहती हैं टीचर मीरा सरीन?
स्टूडेंट्स भारतीय विवाहिताओं का अपने पति के प्रति समर्पण देखकर उत्साहित हैं। वे भारतीय परंपरा, परिधान और आभूषणों से काफी प्रभावित हैं। भविष्य में अपने जीवनसाथी के लिए इस तरह का व्रत रखना चाहती हैं। उन्हें करवाचौथ की विधि बताई गई।