वायरल हुआ पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रोफेसर का ट्वीट, गलत लिखे हिंदी के आसान शब्द
ट्वीट में अंग्रेजी और हिंदी के शब्दों का प्रयोग किया गया है। लेकिन दोनों ही भाषाओं के कई शब्दों की स्पेलिंग गलत लिखी गई है। हिंदी में लिखे गए अंग्रेजी शब्दों को छोड़ भी दिया जाए, तो हिंदी के शब्दों की वर्तनी भी सही नहीं लिखी गई है।
आगरा: मोदी सरकार के पूर्व मंत्री, आगरा के सांसद और डॉ. अंबेडकर विश्वविद्यालय में हिंदी के प्रोफेसर राम शंकर कठेरिया का एक ट्वीट इस समय सोशल साइट्स पर धूम मचाए हुए है। यह धमाल हिंदी के प्रोफेसर की हिंदी को लेकर ही है। कठेरिया के 2 ट्वीट्स हैं और दोनों में हिंदी वर्तनी की कई गलतियां हैं।
हिंदी के प्रोफेसर
-हिंदी में किए गए ट्वीट में अंग्रेजी और हिंदी के शब्दों का प्रयोग किया गया है। लेकिन दोनों ही भाषाओं के कई शब्दों की स्पेलिंग गलत लिखी गई है।
-हिंदी में लिखे गए अंग्रेजी शब्दों को छोड़ भी दिया जाए, तो हिंदी के शब्दों की वर्तनी भी सही नहीं लिखी गई है।
-ऐसा पहली बार नही हुआ है, कि प्रोफेसर राम शंकर पहली बार किसी शैक्षिक मामले में फंसे हों।
-इससे पहले भी उनकी मार्क्सशीट की सत्यता को लेकर विवाद हो चुका है।
फर्जी डिग्री का विवाद
-कठेरिया का विरोध करती रही एनएसयूआई के राष्ट्रीय महासचिव अमित सिंह ने कहा कि हम पहले ही कहते रहे हैं कि कठेरिया की डिग्री फर्जी है।
-एनएसयूआई महासचिव ने कहा कि अब उनके ट्वीट से साबित हो गया है कि डिग्री को लेकर लगाए गए आरोप सही हैं।
-इससे पहले विश्वविद्यालय परिसर में अवैध कब्जों के अलावा कई बार विवादास्पद बयानों को लेकर भी कठेरिया चर्चा में रहे हैं।
-newstrack ने सांसद और प्रोफेसर कठेरिया से संपर्क करना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।