UP Board: यूपी बोर्ड के छात्रों के लिए बड़ी खबर, अब पढेंगे कल्याण सिंह की जीवनी
UP Board News: बेसिक शिक्षा विभाग स्कूली पाठ्यक्रम में प्रदेश के पहले भाजपाई मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को जगह देने जा रही है। बच्चों को उनके जीवन और सियासी सफर के बारे में पढाया जाएगा।
UP Board News: उत्तर प्रदेश सरकार लगातार स्कूली पाठ्यक्रम में देश के उन नायकों को जगह देने की कवायद में लगी हुई है, जिनके योगदान का जिक्र सामान्य तौर पर ही कम होता है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लोग इस बात की शिकायत हमेशा से करते रहे हैं कि खास विचारधारा और उस विचार से जुड़े नायकों के बारे में ज्यादातर प्रचार-प्रसार हुआ है।
झारखंड से आने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा और अंडमान की जेल में कठिन सजा पाने वाले विनायक दामोदर सावरकर यानी वीर सावरकर के बाद अब यूपी के बच्चे कल्याण सिंह की जीवनी के बारे में भी पढ़ेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग स्कूली पाठ्यक्रम में प्रदेश के पहले भाजपाई मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को जगह देने जा रही है। बच्चों को उनके जीवन और सियासी सफर के बारे में पढाया जाएगा।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने दिए संकेत
दरअसल, हिंदू संगठनों और बीजेपी नेताओं की ओर से इसकी मांग काफी समय से होती रही है। जून में जब पाठ्यक्रमों में नए-नए नायकों को जगह दी गई थी, तब भी दिवंगत नेता को शामिल करने की मांग उठी थी। प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री का अब इस पर बड़ा बयान आया है। शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि यूपी सरकार चाहती है कि स्कूली छात्र कल्याण सिंह के जीवन के बारे में जानें, जिनके मुख्यमंत्री रहते हुए 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद विध्वंस हुआ था।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि कल्याण सिंह को उनके योगदान के लिए पूरे देश में जाना जाता है। प्रदेश का हर बच्चा उन्हें अच्छी तरह से जानता है। यूपी के हर घर का सदस्य किसी न किसी रूप से उनसे जुड़ा हुआ है। हम उन्हें यूपी बोर्ड के सिलेबस में शामिल करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। सरकार जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लेगी।
21 अगस्त को है कल्याण सिंह की पुण्यतिथि
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल रहे कल्याण सिंह को हिंदुत्व के बड़े चेहरों में गिना जाता है। सिंह का 21 अगस्त 2021 को निधन हो गया था। आगामी 21 अगस्त को उनके पुण्यतिथि को हिंदू गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। माना जा रहा है कि योगी सरकार उसी दिन कल्याण सिंह की जीवनी को यूपी बोर्ड के सिलेबस में शामिल करने का ऐलान कर सकती है।
बता दें कि इससे पहले इसी साल जून में बीजेपी सरकार ने यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में वीर सावरकर समेत 50 महापुरूषों के अध्याय को शामिल किया था। इन महापुरूषों को 9वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा के बीच विभाजित किया गया था। उदहरण के तौर पर कक्षा 9 के सिलेबस में वीर सावरकर, चंद्रशेखर आजाद, वीर कुंवर सिंह, बिरसा मुंडा, विनोभा भावे, इत्यादि शामिल किए गए थे।
वहीं, 10वीं के सिलेबस में मंगल पांडेय, खुदीराम बोस, महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद इत्यादि जैसे महापुरूष शामिल किए गए थे। इसी प्रकार 11वीं के सिलेबस में शहीद ए आजम भगत सिंह, संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, डॉ. होमी जहांगीर भाभा, सरदार बल्लभ भाई पटेल और 12वीं के पाठ्यक्रम में गुरू नानक देव, रविंद्रनाथ टैगोर, रामकृष्ण परमहंस, राजगुरू, बंकिम चंद्र चटर्जी, महारानी लक्ष्मीबाई जैसे महानायक एवं महानायिकाओं को शामिल किया था।