Ganesh Visarjan in UP: धूमधाम से हुआ गणेश मूर्ति विसर्जन, शोभायात्रा में झूमे नाचे श्रद्धालु

Ganesh Visarjan in UP: गणपति बप्पा को धूमधाम से विदा करने और अगले वर्ष पुनः आमंत्रण के साथ जिले भर में शोभायात्रा निकाली गईं। विसर्जन यात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष और युवा थिरकते हुए नजर आ रहे थे।

Newstrack :  Network
Update:2024-09-17 17:56 IST

Ganesh Visarjan (Pic: Newstrack) 

Ganesh Visarjan in UP: गणेश महोत्सव के आज दस दिन पूरे होने के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन उत्तर प्रदेश भर में धूमधाम से किया जा रहा है। गणेश विसर्जन शोभायात्रा के दौरान भक्त झूमते नाचते और हाथों से एक दूसरे के ऊपर गुलाल और अबीर उड़ाते हुए दिखे। श्रधालुओं का कहना है कि गणपती बप्पा अगले वर्ष जल्दी आएँ जिससे फिर से हमको सेवा करने का अवसर मिले। तो वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी देखने को मिले।

रिपोर्ट- पंकज श्रीवास्तव

Kannauj News: गणपति बप्पा को धूमधाम से विदा करने और अगले वर्ष पुनः आमंत्रण के साथ जिले भर में शोभायात्रा निकाली गईं। पुष्प वर्षा और रंग गुलाल के बीच निकाली गई गणपति विसर्जन यात्राओं में सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष और युवा डीजे की धुनों पर जमकर थिरकते हुए नजर आ रहे थे।

गणेशोत्सव की शुरुआत में जहां भक्त भगवान गणेश की प्रतिमा को ढोल-नगाड़ों के साथ घर-घर और मंदिर-पंडालों में स्थापित करते हैं, तो वहीं आज पूरे दस दिनों तक बप्पा की पूजा-अर्चना करने के बाद उन्हें नदी में विसर्जित करने के लिए भगवान गणेश की शोभायात्रा निकालते हुए मूर्ति विसर्जन करते हुए उन्हे अगले वर्ष के लिए विदाई देते है।

6 सितम्बर को हुई थी मूर्ति स्थापना

बीती 6 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर तिर्वा सहित नगर क्षेत्र में दर्जनों स्थानों पर गणपति की स्थापना भव्यता के साथ की गई थी। जगह जगह कथा कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया था। इसके बाद लगातार कार्यक्रमों का सिलसिला जारी रहा।


बीते सोमवार को गणपति कथाओं के समापन के दौरान कई जगहों पर भंडारे का आयोजन भी किया गया था। मंगलवार को भी सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने आयोजित भंडारे में प्रसाद का स्वाद भी चखा। इसके बाद मंगलवार को अनंत चतुर्दशी के पर्व पर बप्पा को विदाई देने को विसर्जन शोभायात्राएं निकाली गईं।

झूमते-नाचते, अबीर-गुलाल उड़ाते भक्त आए नजर

मंगलवार को सुबह से ही विसर्जन की प्रक्रिया से पहले गणपति की पूजा अर्चना की गई। गणपति को मोदक और मिष्ठान के भोग लगाया गया। एक कपड़े में सुपारी, दूर्वा, मिठाई आदि पूजा सामग्री रखकर उसको गणपति की मूर्ति के साथ बांधा गया। विदाई से पहले गणपति की आरती और जयकारे भी लगाये गये। मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में शामिल भक्त विसर्जन यात्राओं में अपनी आस्था को नाचते गाते साफ दर्शा रहे थे।


जिले के तिर्वा नगर सहित कन्नौज शहर के कई मोहल्लों में जगह-जगह स्थापित गणपति को मंगलवार को सायं तक बिदाई देने की प्रक्रिया इस आस्था के साथ जारी रही, कि अगले बरस फिर आपका आगमन हो,गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ,, के जयकारों के साथ गणपति की मूर्तियों को नदी, गंगा जी आदि पर जाकर विसर्जन की प्रक्रिया जयकारों के साथ पूरी की गई। पूरे दिन महिला पुरुषों और बच्चों में उल्लास का माहौल नजर आया। देर शाम तक मूर्ति विसर्जन का सिलसिला जारी रहा।


सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम

गणेश शोभायात्रा विसर्जन के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। पुलिस अधीक्षक ने स्वयं विसर्जन स्थल पर पहुंचकर सुरक्षा का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आज जनपद के विभिन्न थानो पर गणेश विसर्जन के कार्यक्रम है इसके दृष्टिगत सभी मूर्तियों के साथ पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया, जितने भी रूट है उसमे भी प्रोपर फोर्स लगाई गयी है। इसके अलावा जहां विसर्जन के लिए तालाब है या गड्ढे बनाए गए है, प्रशासन द्वारा वहाँ पर पर्याप्त बल लगाया गया है और कुशलता पूर्वक पूरे कार्यक्रम को सम्पन्न कराया जाएगा।

Lakhimpur Kheri News: गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों के साथ प्रतिमाओं का नदी में हुआ विसर्जन

रिपोर्ट- हिमांशु श्रीवास्तव

Lakhimpur Kheri News: पलियाकलां-खीरी। गणेश चतुर्थी के अवसर पर सार्वजनिक स्थलों, मंदिरों व घरों में भगवान गणेश की स्थापित प्रतिमाओं का अनंत चतुर्दशी पर गाजे बाजे के साथ शोभा यात्रा निकाल कर शहर से छह किमी दूर बाढ़ के पानी को पार कर पवित्र मां शारदा नदी में विसर्जन कर दिया गया। शोभा यात्रा के दौरान गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ के भक्त जयकारे लगाते चल रहे थे।

हर साल की तरह इस बार भी सात सितंबर को गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर भगवान गणेश के भक्तों ने विधि विधान से पूजन अर्चन कर अपने अपने घरों, मंदिरों व सार्वजनिक स्थलों में प्रतिमाओं की स्थापना की थी। लगातार पूजन अर्चन के बाद भगवान गणेश के भक्त पांच, सात व नौवें व ग्यारवें दिन शहर में शोभायात्रा निकालकर शारदा नदी पर पहुंचते हैं जहां विधि विधान से पूजन अर्चन के बाद प्रतिमाओं को नदी में विसर्जित करते हैं। इस बार भी गणेश चतुर्थी पर राम जानकी मंदिर ठाकुरद्वारा, कांग्रेस नेता बलराम गुप्ता व व्यापारी नेता धीरज गुप्ता के घर विधि विधान से पूजन अर्चन कर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई थी।

सोमवार को विद्वान ब्राह्मण रानू पांडे के द्वारा विधि विधान से हवन पूजन कर भगवान गणेश को विदाई दी गई, जिसके बाद मंगलवार को बड़ी संख्या में भक्तों की मौजूदगी में शोभा यात्रा निकालकर गणेश प्रतिमाओं को शारदा नदी में विसर्जित कर दिया गया। शोभा यात्रा में शामिल महिला, पुरुष व बच्चे अबीर गुलाल खेलते हुए गणपति बप्पा मोरया के जयकारे लगाते चल रहे थे। इस दौरान आनंद गुप्ता, अमन गुप्ता, धीरज गुप्ता, अमर महाजन, ब्रजकिशोर शर्मा, संदीप गुप्ता, नरेश कुमार शोभा गुप्ता, ममता गुप्ता, लक्ष्मी गुप्ता, स्वर्ण आभा बाथम, भव्या गुप्ता, शिवांश बाथम, लक्ष्य बाथम, श्रेस्ट बाथम सहित बड़ी संख्या में भगवान गणेश के भक्त मौजूद रहे।

Jhansi News: अगले बरस तू जल्दी आना ...

रिपोर्ट- गौरव कुशवाहा

Jhansi News: झांसी महानगर और देहात में पिछले दस दिनों से घरों में विराजित गणेश प्रतिमाओं को आज अनंत चतुर्देशी का विसर्जन किया गया। इस मौके पर ढोला नगाड़ों की थाप पर नाचते गाते, गुलाल उड़ाते श्रद्धालुओं ने झांसी शहर, महानगर, देहात के लक्ष्मी तालाब, सिमरधा बांध, बेतबा नदी में बनाए गए अस्थाई कुंड में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया। लक्ष्मी तालाब, सिमरधा बांध, पहुंज नदी, बेतवा नदी में स्थित कुंड में सुबह से ही गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन शुरु हो गया, जो देर रात तक जारी रहा। शहर के हजारों घरों व पंडालों में स्थित गणेश प्रतिमाओं को श्रद्धालुओं ने नम आंखों से विदाई दी और विघ्नहर्ता गजानंद के कानों ने अपनी मनोकामना भी कही।

गणेश प्रतिमा विसर्जन करने आए श्रद्धुालुओं ने बताया कि पिछले दस दिनों से गणेश जी की पूजा करने के बाद आज उनको नम आंखों से विदाई दी गई और अगले बरस जल्दी आने की गजानन जी से कामना की गई। वहीं, गणेश चतुर्थी से शुरु होने वाले गणेश उत्सव का आज अनंत चतुर्दशी पर समापन हो गया। इस मौके पर पुलिस प्रशासन की ओर से लक्ष्मी तालाब, पहुंज नदी, सिमरधा बांध, सुकुवा ढुकुवां, बेतवा नदी के पास पुलिस बल तैनात रहा है।

अगले बरस जल्दी आने का वादा कर विदा हुए गजानंद

झांसी में हर तरफ गणपति विसर्जन की धूम देखने को मिली है। चारों तरफ "गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ" के जयकारे से गूंज रहे हैं। दस दिन बप्पा की सेवा करने के बाद अब लोग नम आंखों से उन्हें विदा किया है। इस दौरान हर कोई बप्पा की भक्ति में डूबा हुआ था। हर साल गणेश चतुर्थी के दस दिन बाद धूमधाम से गणेश विसर्जन किया जाता है। झांसी जिले में करीब तेरह सौ प्रतिमाएं विराजमान थी।

मेला जलविहार समिति ने की गणेश प्रतिमाओं पर पुष्पवर्षा

अनंत चतुर्दशी पर गंधीगर का टपरा पर मेला जल विहार समिति झांसी ने विसर्जन के लिए जा रहीं गणेश प्रतिमाओं की शोभायात्रा का पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया। इस दौरान मेला जल विहार समिति के कार्यकारी अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, ,संरक्षक महंत विष्णु दत्त स्वामी, आचार्य हरिओम पाठक, आचार्य वसंत विष्णु गोलवलकर, आचार्य लल्लन महाराज, आचार्य विनोद चतुर्वेदी, आचार्य मनोज चतुर्वेदी, पुरूषोत्तम स्वामी, समिति के महामंत्री पीयूष रावत, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य (दुर्गा उत्सव समिति कार्यवाहक अध्यक्ष), अरविंद वशिष्ठ, संजीव सिंहऋषि, गोकुल दुबे, रोहित पांडे, विनोद अवस्थी, राजेश विरथरे, अजय मिश्रा, महेश श्रॉफ मटका, गोकुल दुबे, रवीश त्रिपाठी, जितेंद्र तिवारी, सीताराम यादव, जगदीश गुप्ता ,डॉ. धन्नू लाल गौतम, देवी सिंह कुशवाहा, काशीनाथ सिंहऋषि, आलोक चतुर्वेदी, राजीव तिवारी, पवन गुप्ता, अतुल किल्पन, सत्येंद्र पुरी गोस्वामी, अमित चिरवरिया, मुकेश सोनी, अभिषेक साहू, समीर तिवारी, प्रभात शर्मा, जयदीप खरे, संजीव तिवारी, अतुल मिश्रा, नरेंद्र अग्रवाल, सूर्यप्रकाश अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

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