बाराबंकी: बीएससी की एक दलित स्टूडेंट को गांव के बस ड्राइवर ने साथियों संग अगवा कर लिया। बंधक बनाकर उसके साथ 40 दिनों तक गैंगरेप किया गया। नशे में रखकर उससे देह व्यापार भी कराया जा रहा था। मामले में एक महिला भी शामिल है। किसी तरह चंगुल से छूटकर भागी लड़की ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई।
इस तरह किया अगवा
-मामला मसौली थाना क्षेत्र के एक गांव का है। विक्टिम 29 दिसंबर को गांव के टैक्सी स्टैंड पर बस का इंतजार कर रही थी।
-उसी दौरान धर्मेंद्र उर्फ नरेंद्र मिट्ठू नाम के एक व्यक्ति के साथ बाइक से वहां पहुंचा।
-शहर तक बाइक से छोड़ने का भरोसा देकर उन्होंने उसे बाइक पर बैठा लिया।
-कॉलेज से कुछ दूर पहले ही लड़की को नशीला पदार्थ मिलाकर चाय पिला दी।
-चाय पीने के बाद वह बेहोश हो गई। शाम को होश आया तो खुद को एक मकान के अंदर पाया।
पहले नोंचा जिश्म-फिर किया व्यापार
-रात को दोनों आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप किया। मोबाइल फोन से उसकी अश्लील वीडियो भी बनाई।
-इंटरनेट पर उसे अपलोड करने की धमकी देकर लगातार रेप करते रहे।
-सुबह धर्मेंद्र तो वहां से निकल गया, लेकिन उसके बाद 5 दिनों तक मिट्ठू रेप करता रहा।
-इसके बाद वह किराए पर रह रही एक किरन नाम की महिला और मोदी नाम के व्यक्ति के हवाले कर वहां से चला गया।
-मकान में दोनों जबरन शराब और बियर पिलाकर नशे में रखते थे और देह व्यापार कराते थे।
मां लगातार काटती रही थाने का चक्कर
-गैंगरेप विक्टिम की मां के मुताबिक बेटी के लापता होने के बाद वह थाना मसौली का चक्कर काट रहीं थीं।
-लेकिन थाने में उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला।
-पीड़ित परिवार थाना मसौली के अलावा महिला थाने भी गई, लेकिन उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
-मामला पुलिस के बड़े अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद थाना मसौली पुलिस हरकत में आई।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हिरासत में एक आरोपी
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने एक आरोपी धर्मेंद्र को हिरासत में ले लिया है और दूसरा आरोपी मिट्ठू कुछ दिन पहले हुई बच्ची की हत्या के मामले में जेल में बंद है। आरोपी धर्मेद्र का कहना है कि उसे भूमि विवाद की वजह से फंसाया जा रहा है।