Ganga Level Increase in UP: बनारस में गंगा तो प्रयागराज में गंगा यमुना उफनायीं, बाढ़ का खतरा मंडराया

Ganga-Yamuna Level Increasing: प्रयागराज में दोनों नदियों का जलस्तर 84.73 मीटर के खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Update: 2022-08-18 03:05 GMT

बनारस में गंगा तो प्रयागराज में गंगा यमुना उफनायीं (फोटो: सोशल मीडिया )

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UP Ganga-Yamuna Level Increasing: मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार बारिश से प्रयागराज और वाराणसी में गंगा का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियां उफान पर हैं और निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है, जहां लोग पहले ही सुरक्षित स्थानों पर जाने शुरू हो गए हैं।

प्रयागराज में दोनों नदियों का जलस्तर 84.73 मीटर के खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने बुधवार को बख्शी बंद और मोरी गेट पंपिंग स्टेशनों का दौरा कर आवश्यक निर्देश जारी किये. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने और चौबीसों घंटे जल स्तर पर नजर रखने को कहा।

वाराणसी में भी गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है यहां 80 मिली लीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है। केवल 12 घंटों में पानी 1.28 मीटर बढ़ा है। दशाश्वमेध घाट पर आरती का स्थल बदल दिया गया है। यहां के तमाम घाटों का आपस में संपर्क टूट गया है। गंगा का पानी खतरे के बिन्दु से मात्र तीन मीटर नीचे है। प्रशासन लगातार चौकसी बनाए हुए है। निचले इलाकों में बसे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है।

बाढ़ राहत केंद्रों पर उचित व्यवस्था करने का आदेश

अधिकारियों को अलर्ट रहने और जिले के बाढ़ राहत केंद्रों पर उचित व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है। अधिकारियों को नदियों के किनारे के इलाकों पर नजर रखने और निवासियों को सतर्क करने का भी आदेश दिया गया है।

मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण केन, बेतवा और नर्मदा नदियों में जल स्तर बढ़ रहा है, जबकि बांध और बैराज भी उफना रहे हैं। यमुना नगर में मतटीला बांध और हथिनीकुंड बांध से नियमित अंतराल पर पानी छोड़ा जा रहा है जिससे प्रयागराज क्षेत्र में गंगा और यमुना में जल स्तर बढ़ गया है।

बुधवार सुबह यमुना में जलस्तर 80.05 मीटर रिकॉर्ड किया गया। गंगा का जलस्तर 80.30 मीटर रिकॉर्ड किया गया। नदियों के किनारे के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है, जबकि बाढ़ का पानी नालों और सहायक नदियों के माध्यम से निचले इलाकों में प्रवेश करना शुरू कर दिया है। संगम क्षेत्र का एक हिस्सा भी जलमग्न हो गया है, जबकि किनारे पर रहने वाले और काम करने वाले पुजारी और अन्य व्यापारी सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। बड़े हनुमान मंदिर के पास नदी का पानी पहुंच गया है। प्रशासन ने अब जिले के संगम और अन्य घाटों पर नावों के चलने पर रोक लगा दी है। एहतियात के तौर पर नदियों में मछली पकड़ने और अन्य गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई है।

आसपास की सड़कें जलमग्न

प्रयागराज में बुधवार को गंगा और यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे संगम घाट के आसपास के निचले इलाके और आसपास की सड़कें जलमग्न हो गईं। अचानक से पानी का बहाव बढ़ने के बीच प्रशासन ने संगम तट के घाटों पर लोगों के नहाने से रोक दिया है।

इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की कि उत्तर प्रदेश में आने वाले कुछ दिनों में भारी बारिश और आंधी या बिजली गिरने की संभावना है।

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