मेरठ: पुलिस ने एसटीएफ के साथ मिलकर कुख्यात गैंगस्टर उधमसिंह के 4 शातिर शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाशों के पास से पुलिस ने 3 तमंचे और एक चाकू बरामद किया है।
लुटेरे किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। इसके अलावा सोमवार सुबह साढ़े 9 बजे ऊधम सिंह की पत्नी गीता उर्फ गीताजंलि को पुलिस ने लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र से गिरफ्तार किया है।
यह जानकारी पुलिस लाइन में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आईजी सुजीत पांडे ने दी है।
क्या बताया आई जी सुजीत पांडे ने
-आईजी सुजीत पांडे ने बताया कि लालकुर्ती पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि हजारी की प्याऊ के पास से उधम सिंह के 4 शार्प शूटर गुजरने वाले हैं।
-जिसके बाद पुलिस ने अपना जाल बिछा दिया।
-पुलिस को 2 बाइक पर 4 लड़के आते दिखाई दिए।
-पुलिस ने संदिग्ध दिखने पर उन्हें रोकने का प्रयास किया।
-पुलिस को देख चारों भागने लगे।
-पुलिस ने उनका पीछा किया और घेराबंदी कर चारों को पकड़ लिया।
-पुलिस ने जब चारों की तलाशी ली तो उनके पास से 3 तमंचे और एक चाकू बरामद किया गया।
-आईजी सुजीत पांडे ने बताया कि अन्य बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम लगा दी गई है।
पुलिस ने पकड़ा इन 4 शार्प शूटरों को
-पूछताछ में बदमाशों ने अपने नाम विदित विहान पुत्र योगेंद्र विहान।
-अनिल पुत्र नरेंद्र निवासी गांव भराला थाना दौराला।
-फकरूद्दीन उर्फ फकरू पुत्र समसु निवासी सिखैड़ा थाना इंचौली।
-अम्बुज पुत्र मित्रसैन चौहान निवासी पल्हैड़ा थाना पल्लवपुरम बताया है।
जेल में बंद उधमसिंह मोबाइल के जरिए देता था जानकारी
-आईजी सुजीत पांडे ने बताया कि विदित विहान बहुत शातिर अपराधी है।
-वह पिछले 4 सालों से ऊधम सिंह के गैंग में शामिल होकर उसके लिए काम कर रहा है।
-पूछताछ के दौरान विदित ने बताया है कि ऊधम सिंह जो की लखनऊ जेल में बंद है मोबाइल और व्हाटस एप के जरिए किससे रंगदारी मांगनी है इसकी जानकारी देता था।
-विदित ने बताया कि उधमसिंह ने बड़े उद्योगपतियों, व्यापारियों और डॉक्टरों से रंगदारी मांगने के लिए दहशत फैलाने की बात कही थी।
-इस काम में उधमसिंह की पत्नी गीताजंलि उनकी पूरी मदद करती है।
-आरोपी विदित ने यह भी बताया कि वह हर घटना में अलग-अलग शूटर के साथ काम करता है।
-जिससे उनकी पहचान न हो सके।
रंगदारी ना देने पर डॉक्टर की क्लिनिक पर की थी फायरिंग
-पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि 15-20 दिन पहले ऊधमसिंह ने मेरठ में कॉपरेटिव चौराहे के पास अल्ट्रासाउंट क्लिनिक के मालिक डॉ. विनोद कुमार से रंगदारी मांगने की बात कही थी।
-उन्होंने डॉक्टर से बात भी कराई थी और उससे 10 लाख की रंगदारी मांगी थी।
-विनोद कुमार रंगदारी देने में आनाकानी कर रहा था।
-जिसके चलते 25 अप्रैल को उन्होंने डा. के क्लिनिक पर फायरिंग की थी।
-इसके लिए ऊधम सिंह ने उन्हें 1 लाख रुपए देने की बात कही थी।