UP के 22 जिलों में pipeline से एक करोड़ गैस कनेक्शन देने की तैयारी
राज्य में पाइपलाइन से गैस कनेक्शनों की संख्या 28 लाख से बढकर एक करोड़ हो सकती है।यह योजना प्रदेश के 22 जिलों में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने की तैयारी है। इन जिलों में सप्लाई की जाने वाली सीएनजी और पीएनजी गैस की कीमत डीजल और पेट्रोल
लखनऊ: राज्य में पाइपलाइन से गैस कनेक्शनों की संख्या 28 लाख से बढकर एक करोड़ हो सकती है।यह योजना प्रदेश के 22 जिलों में पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने की तैयारी है। इन जिलों में सप्लाई की जाने वाली सीएनजी और पीएनजी गैस की कीमत डीजल और पेट्रोल से काफी कम होगी। यह गैस डीजल के रेट से 30 प्रतिशत और पेट्रोल से 50 प्रतिशत सस्ती होगी।पर्यावरण पर भी कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
भारत सरकार के संयुक्त सचिव पेट्रोलियम, आशीष चतुर्वेदी की अगुवाई में यूपी आए एक प्रतिनिधिमंडल ने औदयोगिक विकास मंत्री सतीश महाना से मुलाकात कर इसी सिलसिले में प्रेजेंटेशन दिया। अफसरों के मुताबिक गैस पाइपलाइन की सप्लाई से शहरों में प्रदूषण पर नियंत्रण हो सकेगा। साथ ही लोगों के धन की बचत भी होगी। इसका लाभ उदयोग जगत को भी मिलेगा। इन्डस्ट्रियल गैस पाइपलाइन से इन्डस्ट्री में खपत होने वाले कोयले एवं डीजल की बचत होगी और प्रदूषण भी नहीं होगा। इसके अलावा उद्योगों को डीजल और कोयले के मुकाबले कम दाम में गैस भी सुलभ होगी।
इन 22 जिलों में बिछाई जाएगी गैस पाइपलाइन
अलीगढ़, औरैया, छत्रपति शाहूजी महाराजनगर नगर, इटावा, गोरखपुर, कानपुर देहात, कौशाम्बी, कुशीनगर, महामायानगर, मुजफ्फरनगर, प्रबुद्धनगर, प्रतापगढ़, रायबरेली, संतकबीर नगर, संतरविदास नगर, सुल्तानपुर, उन्नाव, बुलंदशहर, इलाहाबाद, मेरठ, मुरादाबाद और हापुड़।