Gau Rakshak Seva Trust: छुट्टा गायों को आश्रय देने आगे आया गौरक्षक सेवा ट्रस्ट, बिना सरकारी मदद के काम करेगा 'प्रोजेक्ट कामधेनु'

Gau Rakshak Seva Trust: उत्तर प्रदेश में छुट्टा पशु और गोवंश एक बड़ा मुद्दा हैं। यूपी विधानसभा चुनाव में विपक्ष इस मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार पर पूरी तरह से घेरने में लगा था।

Published By :  Shashi kant gautam
Update: 2022-04-02 13:12 GMT

Lucknow: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में छुट्टा पशु और गोवंश एक बड़ा मुद्दा हैं। यूपी विधानसभा चुनाव (UP assembly elections) में विपक्ष इस मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार पर पूरी तरह से घेरने में लगा था। किसानों की नाराजगी अहसास जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को हुआ तो चुनाव के बीच उन्होंने किसानों से वादा किया था कि उनकी सरकार बनने पर गोवंश की उचित व्यवस्था की जाएगी। जिससे किसानों की फसलों को नुकसान ना हो सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार सत्ता संभालते ही गोवंश को लेकर ठोस कदम उठाने की रणनीति तैयार कर रहे हैं। इसी बीच एक संस्था भी आगे आई है जो बिना किसी सरकारी मदद के गोवंश को आश्रय देने का काम करेगी।

उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में जनसामान्य के लिए गौवंश को ही आज निराश्रित पशु के रूप में एक समस्या बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि निराश्रित गौवंश या अन्ना पशु आज किसानों खेतिहरों के लिए बड़ी मुश्किल बन चुके हैं। अभी अभी निपटे यूपी विधानसभा चुनाव में भी विपक्ष ने 'सड़कों पर सांड' जैसे वाक्यो से सत्तासीन भाजपा को घेरने की कोशिश की थी। ऐसे में समस्या के निदान के लिए 'गऊ रक्षक सेवा ट्रस्ट' (Gau Rakshak Seva Trust) नाम की एक संस्था सामने आयी है।

निराश्रित गौवंश को अब मिलेगा आश्रय

संस्था ने 'प्रोजेक्ट कामधेनु' (Project Kamdhenu) नामक जनसहभागिता योजना के माध्यम से निराश्रित गोवंश को आश्रय देने का बीड़ा उठाया है। गऊ रक्षक सेवा ट्रस्ट' नाम की इस संस्था के मुख्य कार्यकारी एवं संस्थापक अध्यक्ष संजय शर्मा 'अमान' ने ट्रस्ट के अन्य पदाधिकारियों के साथ शनिवार को राजधानी लखनऊ में एक प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी संस्था महाराष्ट्र प्रदेश में पूर्व से ही इस विषय को लेकर बड़ा काम कर रही है। अब वे उत्तर प्रदेश में निराश्रित गौवंश को आश्रय देने के लिए काम करने जा रहे हैं। संस्था ने इसके लिए 'प्रोजेक्ट कामधेनु' नामक योजना तैयार की है।

प्रोजेक्ट कामधेनु

अगर संस्था को 'प्रोजेक्ट कामधेनु' के लिए ढेर सारे धन की आवश्यकता होगी, परन्तु संस्था इसके लिए सरकार से किसी प्रकार की मदद नहीं लेगी। संस्था इस पुनीत कार्य हेतु निजी क्षेत्र और सामाजिक समूहों से सहायता लेगी। पूरे प्रदेश में संस्था 200 गौसेवकों के द्वारा इस योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी। संस्था इसके लिए औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्र से फंड जुटाने का काम करेगी। बड़े उद्योग समूहों द्वारा 'कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी' स्कीम के तहत समाज के विभिन्न क्षेत्रों में मदद की जाती है। संस्था इसी सीएसआर फंड को अपनी ताकत बनाएगी। इसके अतिरिक्त संस्था समाज के अन्य मददगार समूहों से भी संपर्क करेगी।

प्रेसवार्ता में 'गउ रक्षक सेवा ट्रस्ट' के अध्यक्ष संजय शर्मा अमान ने कहा कि हम सरकार से मदद लेने नहीं सरकार की मदद करने आये हैं। संजय अमान ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं धर्म की रक्षा हेतु गौवंश संरक्षण की दिशा में बड़ा कार्य कर रहे हैं। हम उन्ही की मंशा के अनुरूप प्रदेश में काम करने आये हैं। हमे पूरा विश्वास है कि निराश्रित गौवंश को आश्रय-प्रश्रय देने के इस कार्य मे हमे महाराज जी का पूरा आशीर्वाद प्राप्त होगा।

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