अब घर बैठे टेलीमेडिसीन का लाभ, ई-संजीवनी पोर्टल का सहयोग

अब तक प्रदेश में 53,666 लोग ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से टेलीमेडिसिन का लाभ उठा चुके है।   प्रदेश में ई-संजीवनी पोर्टल का लगातार प्रयोग किया जा रहा है। कल 1960 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल का प्रयोग करते हुए डाॅक्टरों से सलाह ली। उत्तर प्रदेश में प्रदेश में  2,06,25,103 घरों के 10,33,63,515 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।

Update:2020-09-01 21:44 IST
अब तक प्रदेश में 53,666 लोग ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से टेलीमेडिसिन का लाभ उठा चुके है।   प्रदेश में ई-संजीवनी पोर्टल का लगातार प्रयोग किया जा रहा है।

लखनऊ : यदि आपके पास स्मार्ट फोन इंटरनेट कनेक्शन है आप घर बैठे ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से टेलीमेडिसीन का लाभ उठा सकते है। अब तक प्रदेश में 53,666 लोग ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से टेलीमेडिसिन का लाभ उठा चुके है। प्रदेश में ई-संजीवनी पोर्टल का लगातार प्रयोग किया जा रहा है। कल 1960 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल का प्रयोग करते हुए डाॅक्टरों से सलाह ली। उत्तर प्रदेश में प्रदेश में 2,06,25,103 घरों के 10,33,63,515 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।

 

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इस समय ,538 एक्टिव मरीजों ने 28,270 लोग होम आइसोलेशन में है जो कि कुल का लगभग 50 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 1,04,593 लोग होम आइसोलेशन में थे, जिनमें 76,323 लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हो चुके है। अपर मुख्य सचिव अमित मोहन ने बताया कि माह जुलाई में प्रदेश में कुल 64,993 नये एक्टिव मामले सामने आये थे, जिनमें एक्टिव मरीजों की संख्या 29,328 बढ़ी तथा माह अगस्त में कुल 1,46,709 मामले संज्ञान में आये, जिसमें 19,501 एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ी।

 

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इस प्रकार बहुत तेजी से लोग उपचारित होकर स्वस्थ्य हो रहे है। उन्होंने बताया कि जुलाई, 2019 में एच-1 एन-1 के 04 मामले सामने आये थे, जबकि इस वर्ष कोई भी मामला संज्ञान में नहीं है, माह अगस्त, 2019 में एच-1 एन-1 के 09 मामले सामने आये थे, इस वर्ष माह अगस्त में कोई भी मामला संज्ञान में नहीं है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष जुलाई, में 489 मामले डायरिया के थे, इस वर्ष माह जुलाई में कोई भी मरीज नहीं है। माह अगस्त, 2019 में 132 मामले डायरिया के थे, इस वर्ष माह अगस्त में कोई भी मरीज नहीं है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष कालाजार के 22 मामले थे, इस वर्ष कोई भी नहीं है।

उन्होंने बताया कि साफ-सफाई, स्वच्छता, सेनेटाईजेशन तथा मास्क के प्रयोग से कोविड-19 बीमारी के साथ-साथ अन्य बीमारियों पर भी नियंत्रण है। उन्होंने बताया कि डायरिया तथा डिसेन्टरी के क्षेत्रों में इस वर्ष बहुत कमी आयी है।

 

रिपोर्टर श्रीधर अग्निहोत्री

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