सिपाही बना हीरोः जलती कार में सवार थे लोग, जान पर खेलकर बचाया 3 को

गाजियाबाद में नेशनल हाईवे 9 पर दो गाड़ियां के टकराने से एक कार में आग लग गई। जिसमें 3 लोग सवार थे। सिपाही ने तीनों को बचाया।

Published By :  Shivani
Report By :  Bobby Goswami
Update: 2021-04-11 02:18 GMT

गाजियाबाद। जनपद गाजियाबाद में नेशनल हाईवे 9 पर तेज रफ्तार का कहर देखने को मिला है। मसूरी इलाके में हाईवे पर ही तेज रफ्तार दो गाड़ियां आपस में टकरा गई,जिसमें से एक गाड़ी हाईवे पर पलट गई और दूसरी में भयंकर आग लग गई। जिस गाड़ी में आग लगी, उस में 3 लोग सवार थे। जिनकी जान एक पुलिस कॉन्स्टेबल और स्थानीय निवासी ने अपनी जान पर खेलकर बचाई। घायल अवस्था में तीनों गाड़ी सवारों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। वहीं जलती हुई कार में से कॉन्स्टेबल ने तीनों लोगों को जब बाहर निकाला, तो कॉन्स्टेबल के हाथ और पैर भी झुलस गए। इसके अलावा स्थानीय निवासी शाहरुख भी मामूली घायल हो गया। घायल कांस्टेबल अरुण को भी अस्पताल में एडमिट कराया गया है।

दमकल की गाड़ी ने बुझाई आग

मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने आग पर काबू पा लिया। हादसे के बाद नेशनल हाईवे 9 पर भयंकर जाम लग गया था जिसे पुलिस ने खुलवाया। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे बनने के बाद नेशनल हाईवे 9 पर ट्रैफिक की रफ्तार काफी तेज रहती है। जरा सी सावधानी हटते ही हादसा होने का खतरा लगातार बना रहता है। इस मामले में भी ऐसा ही नजर आ रहा है। गाड़ी सवारों का मेडिकल भी कराया जाएगा,जिससे यह पता चल पाए कि कहीं उन्होंने शराब तो नहीं पी हुई थी।वहीं जैसे ही लोगों ने एक गाड़ी को जलते हुए देखा,तो उस समय माहौल अफरातफरी में तब्दील हो गया था।हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।

पास में पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर बैठे हैं किसान

बता दें कि मसूरी के डासना में नेशनल हाईवे 9 पर जहां यह हादसा हुआ, वहां से थोड़ी दूरी पर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे है। जहां पर किसान भी धरने पर बैठे हुए हैं। इसी वजह से काफी ट्रैफिक नेशनल हाईवे 9 पर डायवर्ट किया हुआ है। जिस वजह से शाम के समय नेशनल हाईवे 9 पर ट्रैफिक की व्यस्तता काफी ज्यादा हो गई थी। अगर वक्त रहते पुलिसकर्मी ने हौसला नहीं दिखाया होता,और स्थानीय लोगों ने मदद नहीं की होती,तो हादसा काफी भयंकर हो सकता था।राहत की बात यह है कि गाड़ी सवार तीनों घायलों की हालत ठीक बताई जा रही है। वहीं दूसरी गाड़ी में सवार व्यक्ति भी ठीक है।


महकमे में हो रही तारीफ

जैसे ही कॉन्स्टेबल अरुण की बहादुरी की चर्चा सोशल मीडिया पर शुरू हुई है। पूरे महकमे समेत स्थानीय लोग भी अरुण की तारीफ कर रहे हैं। अपने कर्तव्य को अरुण ने बखूबी निभाया,जिससे हाईवे पर एक भयंकर दुर्घटना नही हुई। कॉन्स्टेबल अरुण को भी प्राथमिक उपचार दे दिया गया है। हाथ पैर झुलसने की वजह से फिलहाल डॉक्टरों ने कॉन्स्टेबल अरुण को रेस्ट के लिए कहा है।

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