Ghazipur: पुत्र और नाती ने मिलकर जमीन के लिए कर दी वृद्ध पिता की हत्या
Ghazipur News: इस कल युग मे एक जमीन के टुकड़ो के लिए लोग अपनो का खुन बहाने में तनिक भी हिचकिचाते नहीं है। मां बाप भाई किसी की भी हत्या कर दे रहे है।
Ghazipur News: इस कलयुग मे एक जमीन के टुकड़ो के लिए लोग अपनो का खुन बहाने में तनिक भी हिचकिचाते नहीं है। मां बाप भाई किसी की भी हत्या कर दे रहे है। ये राक्षस ये भी नहीं सोचते की जीस पिता की अंगुली पकड़ कर चलना सीखा उसी पिता की हत्या एक जमीन के टुकड़े के लिए कर रहा हूं। ताजा मामला गाजीपुर जनपद के भांवरकोल थाने क्षेत्र का है। रविवार की रात्रि जहां पिता पुत्र मिलकर चार मंडे जमीन के लिए बृद्ध की हत्या कर दी।
भांवरकोल थाने क्षेत्र में हुई हत्या
रविवार रात्रि भांवरकोल थाने क्षेत्र के लोचाइन गांव में डेरा पर सो रहे बृद्ध रामकरन यादव की उनके पुत्र व नाती मिलकर चार मंडे जमीन के लिए गला रेतकर फरार हो गये।सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया।वही मृतक के छोटे पुत्र ने अपने बड़े भाई व भतीजा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज. कराया है।बताया जा रहा है,की मृतक रामकरन यादव के छोटे पुत्र जीतन यादव अपने पिता को खाना लाने के लिए घर आया हुआ था। खाना लेकर जीतन का पुत्र मनजीत यादव अपने दादा को खाना लेकर जब डेरा पर पहुंचा तो सन्न रह गया।क्यो की चारपाई पर उसके दादा लाश पड़ी हुई थी।ये सब देग मनजीत यादव चिल्लाने लगा उसकी आवाज सुन ग्रामीणों के साथ परिवार के लोग भी मौके पर पहुंचे।
इस घटना की जानकारी किसी ने भांवरकोल पुलिस को दे दी ।सूचना मिलते ही भांवरकोल थानाध्यक्ष बागीश विक्रम सिंह अपने पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंच घटना की जानकारी ली।वहीं घटना की जानकारी होने पर एसपी ग्रामीण राजधारी चौरसिया व क्षेत्राधिकारी श्याम बहादुर सिंह मौके पर पहुंच।परिवार वालो से जानकारी ली।इस संबंध में थानाध्यक्ष वागीश विक्रम ने बताया की मृतक के छोटे पुत्र के द्वारा अपने भाई श्रीकांत यादव व अपने भतीजे के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है।जल्द ही दोनों को पकड़ लिया जायेगा।
दो पुत्रों के विवाद में चली गई पिता की जान
बतादें की रामकरन यादव के दो बेटे है। जीतन यादव व श्रीकांत यादव दोनों भाई अलग रह रहे थे।रामकरन यादव अपने छोटे पुत्र जीतन के साथ रहते थे।ग्रामीणों के अनुसार रामकरन यादव अपने छोटे पुत्र जीतन यादव को चार मंडा जमीन अधिक दे दिया था।तभी से बड़ा पुत्र श्रीकांत अपने पिता से खुन्नस खाये हुए था।आये दिन दोनों परिवारों के बीच.इस.जमीन के टुकड़े को लेकर झगड़ा होता रहता था।आखिर इस एक छोटे से जमीन के टुकड़े ने पुत्र को पिता का कातिल बना दिया।