गोरखपुर में 2020 तक एम्स का काम हो जाएगा पूरा

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वान्चल के लिए उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए एम्स की नितान्त आवश्यकता थी। इसके दृष्टिगत एम्स का निर्माण कराया जा रहा है।

Update:2023-06-15 15:17 IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर में एम्स का निरीक्षण किया। वहां पर उन्होंने ओपीडी लैब आदि को देखा तथा एमबीबीएस के प्रथम वर्ष में प्रवेश लिए छात्र-छात्राओं से संवाद कर कहा कि जहां चिकित्सा सेवा की अति आवश्यकता हो, चिकित्सक ऐसे गांव को गोद लेकर अपनी सेवाएं प्रदान करें।

समाज की संवेदना से जुड़ना जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि होती है। इस मौके पर अधिकारियों ने कहा कि सितम्बर, 2020 तक एम्स का काम पूरा हो जायेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वान्चल के लिए उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए एम्स की नितान्त आवश्यकता थी। इसके दृष्टिगत एम्स का निर्माण कराया जा रहा है।

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उन्होंने कहा कि बेहतर चिकित्सा सेवा में एम्स महत्वपूर्ण है। यह एक राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है, जिसका उद्देश्य आम आदमी को सहज, सुलभ, सस्ती एवं बेहतर चिकित्सकीय सेवा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि एम्स चिकित्सा सेवा के उच्चतम मानक को प्राप्त करे तथा इस क्षेत्र में अग्रणी स्थान बनाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वान्चल की आवश्यकता हो देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 22 जुलाई, 2016 को इसका शिलान्यास किया गया तथा 24 फरवरी, को प्रधानमंत्री ने ओपीडी का उद्घाटन किया।

गोरखपुर एम्स का निर्माण कार्य की प्रगति तीव्र है। उन्होंने चिकित्सकों से कहा कि मानव मात्र के कल्याण के लिए समर्पण भाव से कार्य करना सबसे बड़ा पुण्य है। चिकित्सकों के लिए सेवा का इससे बड़ा मार्ग नहीं हो सकता। चिकित्सक को संवेदनशील होना चाहिए।

संवेदनशीलता, चिकित्सक की अच्छाई एवं उसकी कार्य-कुशलता की परिचायक होती है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार एम्स के सहयोग, सुरक्षा एवं सुविधा हेतु हर समय अपना योगदान प्रदान करेगी। इसके साथ ही, यदि कोई समस्या आती है तो जिला प्रशासन को अवगत कराएं, जिला प्रशासन सहयोग हेतु तत्पर है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स की सुरक्षा के दृष्टिगत आदर्श थाना स्थापित होगा। इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी को नियंत्रित किया जा चुका है और इसके इलाज हेतु सीएचसी एवं पीएचसी, जिला चिकित्सालय, मेडिकल कॉलेज आदि में समुचित व्यवस्था की गयी है।

इस अवसर पर एम्स के निदेशक ने भविष्य की कार्ययोजना का प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने बताया कि एम0बी0बी0एस0 के प्रथम वर्ष में 50 छात्र-छात्राओं का प्रवेश हुआ, जिसमें 32 छात्र तथा 18 छात्राएं हैं।

अगले वर्ष 100 छात्र-छात्राओं का प्रवेश होगा। एम्स में 12 विभागों की ओपीडी प्रारम्भ हो चुकी है। यहां प्रतिदिन 1200-1300 मरीज आते हैं। अब तक कुल 26 लाख नौ हजार मरीजों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो चुका है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया निरन्तर कार्यरत है।

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