Gorakhpur News: फूल बेचने वाली महिला को पीटने वाले ‘थप्पड़बाज’ दारोगा पर ‘साहब’ की मेहरबानी!
Gorakhpur News: वायरल वीडियो में ट्रांसपोर्ट नगर के चौकी इंचार्ज एक फूल बेचने वाली महिला को थप्पड़ से पीटते नजर आ रहे हैं। लेकिन एसएसपी सबकुछ जानते हुए भी कार्रवाई से बच रहे हैं।
Gorakhpur News: बेहतर कानून व्यवस्था के दावे करने वाली योगी सरकार में कानून के रखवाले किस तरह का सलूक आम लोगों के साथ कर रहे हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। बंद कमरे में या फिर कैमरे की नजर से बचकर किये जा रहे पुलिसिया उत्पीड़न पर खामोशी तो है ही, अब जो घटना लाखों लोगों की आंखों से गुजर चुकी है, उसकी भी अनदेखी हो रही है। सीएम सिटी गोरखपुर में ऐसा ही मामला बीते 30 घंटे से सुर्खियों में है। वायरल वीडियो में ट्रांसपोर्ट नगर के चौकी इंचार्ज एक फूल बेचने वाली महिला को थप्पड़ से पीटते नजर आ रहे हैं। लेकिन एसएसपी सबकुछ जानते हुए भी कार्रवाई से बच रहे हैं।
शनिवार को महाशिवरात्रि पर गोरखपुर मुक्तेश्वरनाथ मंदिर के बाहर बैठकर फूल और प्रसाद बेच रही महिला को पुलिस ने पीट दिया। महिला पुलिस की मौजूदगी में ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज कुंवर गौरव सिंह ने महिला को थप्पड़ मार दिया। इस घटना का लोगों ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वीडियो गोरखपुर से होते हुए लखनऊ और दिल्ली में जिम्मेदारों के स्मार्ट फोन में पहुंच गया। लेकिन जिम्मेदार मनबढ़ दारोगा पर कोई एक्शन लेते नहीं दिख रहे हैं।
पहले भी वायरल हो चुका है पिटाई का वीडियो
इस दारोगा ने दो महीने पहले भी एक व्यक्ति को थप्पड़ों से पीटा था। जिसका वीडियो वायरल हुआ है। पूर्व पार्षद बृजेन्द्र अग्रहरि का कहना है कि मुक्तेश्वरनाथ मंदिर पर श्रद्धालुओं की दर्शन-पूजन के लिए शनिवार को भोर से ही काफी भीड़ लगी हुई थी। यहां मंदिर के बाहर महिलाएं प्रसाद और फूल-मालाओं की दुकानें लगाती हैं। महिलाएं सुबह से यहां फूल-मालाएं बेच रही थीं।
इसी दौरान दुकान हटाने को लेकर पुलिस से उनकी कहासुनी हो गई। जिसमें ट्रांसपोर्टनगर चौकी इंचार्ज ने महिला को थप्पड़ों से पीटना शुरू कर दिया। बेचारी महिला गिड़गिड़ाती रह गई लेकिन दारोगा ने एक नहीं सुनी।
एसपी सिटी ने बिना जांच दे दी क्लीन चिट
एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया, ‘मुक्तेश्वरनाथ मंदिर पर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम था। कुछ ही देर में सीएम वहां रूद्राभिषेक के लिए जाने वाले हैं। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बाहर लगने वाली दुकानों को हटाने के लिए बोल रही थी। लेकिन, कुछ महिलाएं पहले महिला सिपाहियों से उलझ गईं, फिर दरोगा से गाली- गलौच करने लगी। वीडियो का एक हिस्सा काटकर वायरल किया जा रहा है। जबकि, वीडियो का दूसरा पहलु भी देखना चाहिए। पुलिस वहां सिर्फ इमानदारी से अपना काम कर रही थी।’