Gorakhpur News: दूध के बाद ब्रेड की कीमतों में 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी, इसलिए बढ़ीं कीमतें
Gorakhpur News: गीडा में क्रेजी ब्रेड के मालिक नवीन अग्रवाल ने बताया कि ब्रेड कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर गोरखपुर की तीन प्रमुख कंपनियों के मालिकों ने बैठक कर सामूहिक निर्णय लिया।
Gorakhpur News: पिछले जून महीने में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी हुईं थीं। जहां एक लीटर दूध की कीमत 68 रुपये हो गई थी। अब गोरखपुर में तीन प्रमुख ब्रेड बनाने वाली कंपनियों ने कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी का दावा करते हुए ब्रेड की कीमतों में 30 फीसदी तक बढ़ोतरी कर दी है। बढ़ी हुईं कीमतें 11 अक्तूबर से लागू हो गई हैं। 11 अक्तूबर को लोग ब्रेड खरीदने दुकानों पर पहुंचे तो बढ़ी हुई कीमतों से हैरान रह गए। अभी तक 150 ग्राम वजन वाला जो ब्रेड 12 रुपये में बिक रहा था, उसकी एमआरपी 15 रुपये हो गई है। इसी तरह 45 रुपये में बिकने वाला मक्खन ब्रेड की कीमत 55 रुपये हो गई है। दो रुपये वाला पाव अब 3 रुपये में मिलेगा।
20 से 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी
गीडा में क्रेजी ब्रेड के मालिक नवीन अग्रवाल ने बताया कि ब्रेड कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर गोरखपुर की तीन प्रमुख कंपनियों के मालिकों ने बैठक कर सामूहिक निर्णय लिया है। जिसके बाद ब्रेड की कीमतों में 20 से 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो गई है। ब्रेड के लिए कच्चा माल मैदा और खाद्य तेल है। मैदा की कीमतें 34 रुपये तक पहुंच गईं हैं। वहीं सोया और पॉम आयल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। महीने भर पहले 88 रुपये लीटर बिकने वाला पॉम आयल 130 रुपये पहुंच गया है। उद्यमी का कहना है कि वाराणसी और लखनऊ की प्रमुख ब्रेड कंपनियों ने पहले ही कीमतों में बढ़ोतरी कर दी थी। जिसके बाद स्थानीय यूनिटों पर दबाव बढ़ गया।
बंद हो गईं कई छोटी यूनिटें
मैदा से लेकर पॉम आयल की कीमतों में बढ़ोतरी से ब्रेड की लागत बढ़ गई है। कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी से प्रतियोगिता मुश्किल होने से कई छोटी यूनिटें बंद भी हो गईं हैं। एक यूनिट के प्रमुख राजेश सिंह का कहना है कि बड़ी फैक्ट्रियों की लागत कम होती है। अत्याधुनिक मशीनों से उनका उत्पादन भी अधिक है। गोरखपुर में पिछले तीन साल में 20 से अधिक ब्रेड और बेकरी की फैक्ट्रियां बंद हुईं हैं।