Gorakhpur News: योगी के विरोधियों को मजबूत कर रहा भाजपा का शीर्ष नेतृत्व, लोकसभा चुनाव से पहले आखिर संदेश क्या है?
Gorakhpur News: जब आरएमडी को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है तो सियासी गलियारों में चर्चा तैर रही है कि आखिर योगी के गढ़ में उनके विरोधी रहे लोगों को मजबूत क्यो किया जा रहा है? पिछले दिनों पीएम मोदी गीता प्रेस के शताब्दी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे, तब भी उन्होंने आरएमडी को तव्वजो दी थी।
Gorakhpur News: भाजपा के नवनियुक्त राष्ट्रीय महासचिव डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल को 21 साल पहले विधानसभा पहुंचाने में सीएम योगी आदित्यनाथ की अहम भूमिका थी। तब उन्होंने भाजपा से बगावत कर अखिल भारतीय हिन्दु महासभा के बैनर तले डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल को भाजपा प्रत्याशी और पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवप्रताप शुक्ला के सामने न सिर्फ खड़ा किया, बल्कि जीत भी दिला थी। लेकिन ये मिठास वाले संबंध अधिक टिकाऊ नहीं रहे। योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद आरएमडी को यूपी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से आरएमडी खुलकर तो नहीं लेकिन पर्दे के पीछे मुखर रहे हैं।
अब जब आरएमडी को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है तो सियासी गलियारों में चर्चा तैर रही है कि आखिर योगी के गढ़ में उनके विरोधी रहे लोगों को मजबूत क्यो किया जा रहा है? पिछले दिनों पीएम मोदी गीता प्रेस के शताब्दी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे, तब भी उन्होंने आरएमडी को तव्वजो दी थी। एयरपोर्ट पर पहुंचे मोदी सबसे पहले डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल से ही मुखातिब हुए। मोदी ने पूछा, ‘क्यो डॉक्टर साहब, मेरा केरल कैसा है?’ जवाब मिला, ‘सर पहले से काफी अच्छा।’
बता दें कि योगी के खिलाफ मुखर दिखने वाले डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल को पिछले वर्ष मई महीने में अचानक राज्यसभा भेजा गया। साथ ही केरल का प्रभारी समेत कई केंद्रीय कमेटियों में सदस्य बना दिया गया। पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवप्रताप शुक्ला को अचानक हिमाचल का राज्यपाल बना दिया गया। पीएम मोदी गीता प्रेस के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे तो भी वहां की गतिविधियां संदेश देती नजर आईं।
तब भी उठे थे सवाल जब पंकज के घर पहुंचे थे पीएम मोदी
पिछले दिनों गोरखपुर में गीता प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी की गाड़ियों का काफिला अचानक घंटाघर की तरफ मुड़ा तब भी सियासी गलियारों में चर्चा हुई थी। संकरी गलियों में 200 तेज कदमों से पीएम नरेन्द्र मोदी केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी के आवास पहुंचे तो पूरे प्रदेश में यह खबर जंगल में आग की तरह पहुंची कि जब पीएम गोरखनाथ मंदिर नहीं गए तो वे किन वजहों से पंकज चौधरी के घर पहुंच गए? बता दें कि सियासत की समझ रखने वाले अच्छी तरह जानते हैं कि पर्दे के पीछे योगी और पंकज की कमेस्ट्री ठीक नहीं है।