Gorakhpur News: पूर्वांचल की इस दवा मंडी में करोड़ों में है नशीली दवाओं का कारोबार, छापेमारी में खुलासा
Gorakhpur News: बता दें कि केन्द्रीय नार्कोटिक्स विभाग के इंस्पेक्टर अनूप गैरोला, सब इंस्पेक्टर रविरंजन दलबल के साथ पशुपति मार्केट स्थित अंबर फार्मा की तलाश में पहुंचे।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भालोटिया दवा की सबसे बड़ी मंडी है। इस मंडी में रोज करोड़ों रुपये की दवाएं बिकती हैं। लेकिन कड़वी हकीकत यह भी है कि यहां नशीली दवाओं का कारोबार भी धड़ल्ले से हो रहा है। नार्कोटिक्स विभाग के छापेमारी में एक बार फिर बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। विभाग ने एक को समन भेजा है। पहले भी साबित हुआ है कि यहां से नशीली दवाएं नेपाल के साथ ही बिहार को सप्लाई होती हैं।
केन्द्रीय नार्कोटिक्स विभाग की टीम द्वारा 18 अक्तूबर को की गई जांच में अहम सुराग मिले है। टीम अंबर फार्मा के संचालक की तलाश में पहुंची है। टीम ने संचालक के पिता को सम्मन सौंपा है। थोक दवा विक्रेता के पिता ने टीम को बताया कि बेटा इस समय सुल्तानपुर में है। टीम ने दवा कारोबारी को दो हफ्ते में लखनऊ में उपायुक्त नार्कोटिक्स के सामने पेश होने का निर्देश दिया है।
खरीदे गए नशीली दवाओं के लाखों टैबलेट
टीम दवा मंडी में रामा मेडिकल स्टोर पहुंची। वहां भी टीम ने नार्कोटिक्स दवाओं के अभिलेख देखें। कुछ दवाओं के खरीद-बिक्री के अभिलेख नहीं मिले हैं। जिसका विवरण टीम ने तलब किया है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, अंबर फार्मा के लाइसेंस पर नशीली दवाओं के लाखों टैबलेट खरीदे गए हैं। हालांकि भालोतिया मार्केट से अंबर फार्मा करीब छह महीने पहले बंद हो चुकी है। हालांकि उसका लाइसेंस अभी उपयोग किया जा रहा है। जिस पते पर यह लाइसेंस बना था, वहां पर अब दूसरी फर्म संचालित हो रही है। माना जा रहा है कि नशीली दवाओं के खेल के सामने आने के बाद संचालकों को कारोबार की दिशा बदल दी है।
लाइसेंस किसी और के नाम, दुकान किसी दूसरे के
बता दें कि केन्द्रीय नार्कोटिक्स विभाग के इंस्पेक्टर अनूप गैरोला, सब इंस्पेक्टर रविरंजन दलबल के साथ पशुपति मार्केट स्थित अंबर फार्मा की तलाश में पहुंचे। मौजूदा पते पर दूसरे नाम से एक फर्म संचालित मिली। इसके बाद अंबर फार्मा के संचालक के पिता अरुण गुप्ता के पास पहुंची। उनकी भी पशुपति मार्केट में ही ऊपरी मंजिल पर दवा की थोक दुकान है। टीम ने गुप्ता मेडिकल एजेंसी के संचालक अरुण गुप्ता को सम्मन सौंप दिया।
छह महीने में दूसरी पर सुर्खियों में भालोटिया दवा मंडी
अप्रैल में केन्द्रीय नार्कोटिक्स ब्यूरो ने लखनऊ में नशीली दवाओं से संदर्भित एक मुकदमा दर्ज किया है। इसमें आगरा व कानपुर के कुछ व्यापारी शामिल हैं। गोरखपुर के व्यापारी ने उनसे करीब सात से 10 लाख नशीली दवाओं की गोलियों की खरीद की है। नार्कोटिक्स की टीम ने खरीद-बिक्री, ईवे बिल, बैंक डिटेल, ट्रांसपोर्ट बिल्टी व ड्रग लाइसेंस भी दिखाने की मांग की है। छह महीने में दूसरी बार टीम ने की जांच इसी टीम ने छह महीने पहले भी भालोटिया मार्केट में जांच की थी। उस समय मारुति मेडिकल एजेंसी और खाटू श्याम मेडिकल एजेंसी की जांच की गई थी। बताया जा रहा है की टीम लगातार नार्कोटिक्स दवाओं से जुड़े नेटवर्क की तलाश कर रही है। हर बार उसकी जांच भालोटिया तक पहुंच रही है।