Gorakhpur News: लग्जरी गाड़ी और मोबाइल पर लोन देने में आगे प्राइवेट बैंक, नहीं देना चाहते एजुकेशन लोन
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Gorakhpur News: सरकार की तरफ से शिक्षा ऋण यानी एजुकेशन लोन को लेकर भले ही तमाम दावे किये जा रहे हैं लेकिन हकीकत की धरातल पर इसकी बुरी स्थिति है। सरकारी बैंक तो एजुकेशन लोन देने में काफी हद तक संजीदा दिख रहे हैं लेकिन प्राइवेट बैंक इसे लेकर आवेदकों को ठेंगा ही दिखा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में लीड बैंक के आकड़े बता रहे हैं कि प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी ने तो लक्ष्य के सापेक्ष बमुश्किल 10 फीसदी ही एजुकेशन लोन दिया है। हालांकि एसबीआई भी इस मामले में फिसड्डी ही है। बैंक ने वित्तीय वर्ष के 8 महीने में सिर्फ 25 फीसदी टारगेट हासिल किया है।
गोरखपुर के सरकारी और प्राइवेट 21 बैंकों को 1090 छात्र-छात्राओं में 46.35 करोड़ का एजुकेशन लोन बांटने का टॉरगेट तय किया गया है। प्राइवेट बैंकों में आईसीआईसीआई, आईडीबीआई, इंडसइंड और कोटक महेन्द्र बैंक ने अप्रैल से सितम्बर के बीच एक भी एजुकेशन लोन जारी नहीं किया है। यस बैंक ने छह के टारगेट के सापेक्ष सिर्फ एक लोन मंजूर किया है। प्राइवेट बैंकों में एक्सिस बैंक ने दरियादिली दिखाते हुए 8 के लक्ष्य के सापेक्ष 33 छात्र-छात्राओं को ढाई करोड़ से अधिक का ऋण वितरित किया है। प्राइवेट बैंक व्यक्तिगत, हाउस, ऑटो लोन बांटने में दरियादिल हैं। इसीलिए प्राइवेट बैंकों का सीडी रोशियो सरकारी से अच्छा है। प्राइवेट बैंकों में इंडसइंड बैंक सबसे आगे निजी क्षेत्र के इंडसइंड बैंक दो ब्रांच में 161 करोड़ जमा है। लेकिन ऋण बांटा गया है 580 करोड़ रुपये का। प्राइवेट क्षेत्र में सबसे बड़े एचडीएफसी बैंक की 35 शाखाओं में 4775 करोड़ जमा है। इसके सापेक्ष 3459 करोड़ का ऋण बांटा गया है।
मोहद्दीपुर के राजीव मौर्या ने नोएडा के एक संस्थान में कम्प्यूटर साइंस में प्रवेश लिया है। पिछले छह महीने से एजुकेशन लोन के लिए दौड़ लगा रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1374 बच्चों को 25.34 करोड़ एजुकेशन लोन दिया गया था। इसके पहले वित्तीय वर्ष 2022-23 में एजुकेशन लोन के नाम पर 27 करोड़ की रकम दी गई थी। वहीं चालू वित्तीय वर्ष में पहली अप्रैल से 30 सितम्बर के बीच 25.71 करोड़ रुपये का एजुकेशन लोन बांटा जा चुका है।
सरकारी बैंक भी परिक्रमा करा रहे
सरकारी बैंकों में कुल टॉरगेट का आधा लक्ष्य एसबीआई और पंजाब नेशनल बैंक को मिला है। स्टेट बैंक ने 346 छात्रों को एजुकेशन लोन देने के सापेक्ष 137 को ही लोन दिया है। बैंक ने सितम्बर तक 26% लक्ष्य ही हासिल किया है। इसी तरह पंजाब नेशनल बैंक ने 196 के लक्ष्य के सापेक्ष सिर्फ 38 बच्चों को ही एजुकेशन लोन मंजूर किया है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ बड़ोदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अच्छा रिस्पांस छात्रों को दिया है। जिला अग्रणी बैंक के प्रबंधक मनोज कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि आकड़े में एजुकेशन लोन में प्राइवेट बैंकों की स्थिति अच्छी नहीं है। इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में शाखा प्रबंधकों की बैठक जल्द होगी।