Gorakhpur News: उद्योग की जरूरत के मुताबिक तैयार करें स्किल्ड युवा, इंजीनियरों से संवाद में बोले पूर्व पुलिस महानिदेशक भानु प्रताप सिंह

Gorakhpur News:विद्यार्थियों से संवाद करते हुए सिंह ने कहा कि प्रदेश में निवेश का सबसे बड़ा क्षेत्र विनिर्माण क्षेत्र है जिसमे कुल निवेश का लगभग 21 प्रतिशत हिस्सा उपयोग हो रहा है। पहले के उत्तर प्रदेश और आज के उत्तर प्रदेश में बहुत अंतर है।

Update:2024-02-17 21:27 IST

Gorakhpur News (Pic:Newstrack)

Gorakhpur News: प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक भानु प्रताप सिंह ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश भारत में तेजी से विकास करने वाले राज्यों में अग्रणी स्थान रखता है। बैंकों द्वारा भारत में सबसे ज्यादा कर्ज आज बदले और नए उत्तर प्रदेश की दिया जा रहा है। प्रदेश की आर्थिक विकास दर अभूतपूर्व रूप से 9 प्रतिशत से भी ज्यादा है। आज प्रदेश में विनिर्माण, खाद्य प्रसंस्करण, सूचना तकनीकी से लेकर नवीकरण ऊर्जा क्षेत्र तक में व्यापक निवेश हो रहा है। अब टेक्निकल संस्थानों को चाहिए कि वे उद्योगों की जरूरत को देखते हुए स्किल युवाओं को तैयार करें।

सिंह जीआईएस (ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023) और जीबीसी (ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4.0) के विविध आयामों से युवाओं को परिचित कराने के सिलसिले में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) गोरखपुर में उद्यम अभिमुखीकरण कार्यक्रम (एंटरप्रेन्योर ओरिएंटेशन प्रोग्राम) को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर वीडियो प्रसारण के माध्यम से प्रदेश सरकार द्वारा आध्यात्मिक विकास से लेकर औद्योगिक विकास तक के लिए किए गए कार्यों को दिखाया गया। विद्यार्थियों से संवाद करते हुए सिंह ने कहा कि प्रदेश में निवेश का सबसे बड़ा क्षेत्र विनिर्माण क्षेत्र है जिसमे कुल निवेश का लगभग 21 प्रतिशत हिस्सा उपयोग हो रहा है। पहले के उत्तर प्रदेश और आज के उत्तर प्रदेश में बहुत अंतर है। आज पूर्वांचल में हजारों बच्चों की जान लेने वाले इंसेफलाइटिस का उन्मूलन हो चुका है। जलाभाव से ग्रस्त बुंदेलखंड में आज पेयजल के साथ सिंचाई जल भी उपलब्ध है। लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण हो रहा है। नोएडा में फिल्मसिटी बन रही है। प्रदेश आज एथेनाल उत्पादन में भी अग्रणी है। आज प्रदेश में हर क्षेत्र में विकास हो रहा है, यह देश के ग्रोथ इंजन के रूप में कार्य कर रहा है।

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से 35 लाख रोजगार के अवसर

उन्होंने छात्रों को शासन द्वारा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में हुए एमओयू के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 19 फरवरी को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के बारे अवगत कराते हुए बताया कि समिट में हुए निवेश को धरातल पर लाया जा रहा है। इसमें प्राप्त निवेश प्रस्ताव प्रत्येक जनपद के लिए है इसलिए सभी के लिए इसमें असीम संभावनाएं हैं। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश जमीनी धरातल पर उतरेंगे। इससे 35 लाख नौकरियां सृजित होंगी। उन्होंने छात्रों से कहा यह आपके लिए भी एक बेहतर अवसर है की उद्योग के मांग के अनुसार स्किल पैदा कर खुद को उसमे स्थापित करें। जिस पूर्वांचल को पहले हेय दृष्टि से देखा जाता था आज वह इंडस्ट्री का हब बन रहा है। नए-नए स्टार्टअप लग रहे हैं।

सिंह ने छात्रों को बताया कि सरकार इंडस्ट्री के मांग के अनुसार छात्रों को स्किल देने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से कई विभिन्न कार्य कर रही है। संस्थानों को चाहिए कि वे स्थानीय उद्योग के मांग के अनुसार छात्रों को कौशल शिक्षा प्रदान करें। शासन द्वारा युवाओं को उद्यम स्थापना को आसान बनाने के लिए निवेश मित्र एवं निवेश सारथी जैसे पार्टल शुरू किए हैं। इसके मदद से छात्र स्टार्ट अप शुरू आसानी से शुरू कर सकते हैं। शासन द्वारा शैक्षणिक संस्थानों में कैरियर काउंसिलिंग सेल भी बनाने के सुझाव दिए गए हैं जिस पर वे कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री इंटर्नशिप योजना के द्वारा युवाओं को कौशल ज्ञान के लिए वित्तीय सहायता भी दी जा रही है जिसका वे लाभ ले सकते हैं। नई शिक्षा नीति भी आपको एक बेहतर अवसर उपलब्ध कराती है जिसमे परंपरागत शिक्षा के साथ अन्य आयशील शिक्षा भी दिए जाने का प्रावधान है।

रिफॉर्म ,परफॉर्म एवं ट्रांसफॉर्म विजन के साथ खुद को करें तैयार

पूर्व पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आज देश व प्रदेश में छात्रों व युवाओं के लिए हर जगह अवसर है बस जरूर है तो इसे समय के मांग के अनुसार उपयोग में लाने की। उन्होंने कहा कि शासन के कार्यों के कारण ही आज तमिलनाडु में टेक्सटाइल सेक्टर में कार्यरत 60 हजार लोग अपने शहर में रोजगार प्राप्त कर कार्य कर रहे हैं। रिफॉर्म ,परफॉर्म एवं ट्रांसफॉर्म के शासन के विजन के साथ अपने को तैयार करें।

आज जरूरत है कि इंडस्ट्री और इंस्टीट्यूट मिलकर कार्य करें ताकि सभी अवसरों को अधिकतम दोहन हो सके। उन्होंने कहा भौतिक विकास के साथ हमे अपने प्राचीन आध्यामिक विरासत पर गर्व का भाव का भी विकास करना चाहिए। गुलामी की मानसिकता को त्याग कर अपनी प्राचीन भारतीय परम्परा पर अभिमान के साथ वसुधैव कुटुंबकम् के भाव से जीवन में आगे बढ़ना चाहिए। कोरोना काल में भारत ही एक ऐसा देश था जिसने अपने लिए वैक्सीन तो बनाई ही बल्कि अन्य देशों को भी उपलब्ध करवाया । इस अवसर पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनंद वर्धन के साथ शिक्षक एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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