Gorakhpur News: ट्रेनों के एसी-स्लीपर कोच में जनरल जैसी भीड़, स्लीपर बस वाले दिल्ली के लिए वसूल रहे 3000 रुपये
Gorakhpur News: गोरखपुर से दिल्ली के लिए स्लीपर बसों का किराया 1000 से 1200 रुपये के बीच होता है। जो वर्तमान में 3000 रुपये तक पहुंच गया है।
Gorakhpur News: दीवाली और छठ में घर आए बिहार से लेकर पूर्वांचल के मजदूरों, युवाओं से लेकर नौकरी पेशा लोगों के लिए वापसी दर्द देने वाली है। गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर स्पेशल ट्रेनों का दावा करने वाले रेल प्रशासन की कलई खुल रही है। यात्री शौचालयों में भरकर सफर करने को मजबूर हैं। वहीं एसी और स्लीपर क्लास में आरक्षण कराने वाले यात्री भी बैठकर यात्रा करने को मजबूर है। उधर परिवहन निगम दिल्ली और जयपुर के लिए बस चलाने में नाकाम दिख रहा है। ऐसे में प्राइवेट डग्गामार स्लीपर बस संचालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं। गोरखपुर से दिल्ली के लिए स्लीपर बसों का किराया 1000 से 1200 रुपये के बीच होता है। जो वर्तमान में 3000 रुपये तक पहुंच गया है।
गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। यात्रियों की ऐसे में यात्रियों को ट्रेन में सवार होने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। खासकर बिहार की ओर से आने वाली ट्रेनें पूरी तरह से पैक होकर पहुंच रही हैं। गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर वैशाली एक्सप्रेस, बिहार संपर्कक्रांति और सप्तक्रांति जैसी ट्रेनें यात्रियों से खचाखच भरी रहीं। एसी और स्लीपर कोच जनरल डिब्बों की तरह ही भीड़ से भरे दिखाई दिए। इससे यात्रियों को चढ़ने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। इस स्थिति को नियंत्रित रखना एक बड़ी चुनौती थी। कई यात्रियों को सीट पाने में समस्या का सामना करना पड़ा। एसी थ्री टायर में आरक्षण कराने वाले मंजीत कुमार का कहना है कि दो महीने पहले आरक्षण कराने का कोई फायदा नहीं। किसी तरह अपनी ही सीट पर बैठने के लिए जगह मिली है।
आरक्षित सीट के लिए मारामारी
यात्री अपनी रिर्जव सीट तक पहुंच सकें और इस दौरान उन्हें धक्कामुक्की का सामना न करना पड़े, इसे लेकर रेल प्रशासन के दावे की हवा निकल रही है। रेलवे अधिकारियों ने जंक्शन पर मौजूद रहकर व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने की कोशिशें फोटो खिंचाने तक सीमित दिख रही हैं।