गोरखपुर महोत्सव में ...राम रतन धन पायो भजन गाते-गाते मंच पर रो पड़ीं कनिका

Kanika Kapoor: बॉलीवुड की प्लेबैक सिंगर कनिका कपूर ने गोरखपुर महोत्सव के मंच पर शनिवार की सर्द रात में जमकर धमाल मचाया।

Written By :  Purnima Srivastava
Update:2024-01-14 08:57 IST

Kanika Kapoor: बॉलीवुड की प्लेबैक सिंगर कनिका कपूर ने गोरखपुर महोत्सव के मंच पर शनिवार की सर्द रात में जमकर धमाल मचाया। एक से बढ़कर एक धमाकेदार प्रस्तुतियों से कनिका ने गोरखपुर के युवाओं को दीवाना तो बनाया ही, जमकर झुमाया भी।अपने हिट सांग ..बेबी डॉल मैं सोने दी की प्रस्तुति देकर लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। कनिका ने ...राम रतन धन पायो की प्रस्तुति से माहौल को भक्ति मय बना दिया। भजन गाते-गाते कनिका भावुक हो गईं। अपने आंसू पोछते हुए कहा कि मुझे बचपन याद आ गया। जब मैं 12 साल की उम्र में अनूप जलोटा जी के साथ भजन गाती थी।

कनिका ने इसके बाद कनिका ने ठुमक ठुमक रामचंद्र बाजत पैजनियां की प्रस्तुति दी। साथ ही गोरखपुर के लोगों को भरोसा दिया कि अगली बार सिर्फ भजन की प्रस्तुति के लिए ही आऊंगी। सुप्रसिद्ध गायिका कनिका ने रात 9.45 बजे मंच संभाला तो रात 12 बजे तक प्रस्तुतियों पर झुमाती रहीं। कनिका ने पहली प्रस्तुति ...ओह बेबी मेरी चीटियां कलाईआं बे से लोगों में जोश भर दिया। ..ओ बोलेगा या ओ ओ बोलेगा, ...सड्डी गली भूल के भी आया करो जी की प्रस्तुति से दर्शकों में जोश भर दिया। अंत में ...बेबी डॉल मैं सोने दी, गीत के साथ लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। इस गीत पर सभी दर्शकों ने कनिका का साथ दिया। इसके बाद ...काला चश्मा लगता है गोरे मुखड़े पे पर लोगों को झुमाया। इसके बाद झुमका गिरा रहे, कजरा मोहब्बत वाला, गुलाबी आंखे जो तेरी देखी शराबी ये दिल हो गया, सात समंदर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गया जैसे सदाबहार गीतों से माहौल में मस्ती घोल दिया। इसके बाद ....मेरी तेरी टेडी बियर, कजरारे-कजरारे की फरमाइस को पूरा किया। मेरी लबली हो गई यार की प्रस्तुति पर दर्शकों की खूब तालियां मिलीं।

सीएम योगी भी सुरेश वाडेकर के भक्ति गीतों पर हुए मंत्रमुग्ध

गोरखपुर महोत्सव के तीसरे दिन बॉलीवुड के मशहूर गायक सुरेश वाडेकर ने भक्ति गीतों से माहौल को राममय बना दिया। पद्मश्री वाडेकर ने एक बार भजन की महफिल जमाई तो सीएम के साथ मंच और सामने बैठे श्रोता उन पर तालियां बजाते और झूमते रहे। सुरेश वाडकर ने ‘मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी’ प्रस्तुत किया। इस दौरान पूरा पंडाल राम सिया राम सिया राम जय जय राम से गूंज उठा। इसके बाद ‘आओ नमन करें हम नमन करें’, ‘रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई’ प्रस्तुत किया।

महोत्सव में 280 से ज्यादा कलाकारों को मिला मंच

गोरखपुर महोत्सव में इस बार 280 से ज्यादा कलाकारों को मंच मिला। लोकगायक राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि सीएम के निर्देश पर आयोजन समिति ने रिकॉर्ड 284 स्थानीय कलाकारों को मौका दिया।

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