Gorakhpur News: सास - दामाद में रेपकांड, अब कोर्ट के दखल पर चार साल बाद फंस गया विवेचक
Gorakhpur News: सास-दामाद में कथित रेपकांड में विवेचक फंस गए है। कोर्ट के दखल के बाद अब पूरे मामले की जांच गोरखपुर जिले के एसपी नार्थ को सौंपी गई है।;
Gorakhpur News (Image From Social Media)
Gorakhpur News: रिश्ते कब अच्छे हों और कब खराब हो जाए इसे कहा नहीं जा सकता है। लेकिन इसमें बीच में पड़ने वाले फंस जाते हैं। सास-दामाद में कथित रेपकांड में ऐसे ही विवेचक फंस गए है। कोर्ट के दखल के बाद अब पूरे मामले की जांच गोरखपुर जिले के एसपी नार्थ को सौंपी गई है।
मामला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के शाहपुर का है। जहां चार साल पहले महिला ने रिश्तों को तार-तार करते हुए पेशबंदी में अपने ही दामाद पर रेप का केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने भी बयान के आधार पर दामाद को आरोपित बनाकर जेल भेज दिया। पुलिस ने जांच पूरी कर चार्जशीट भी दाखिल की, लेकिन कोर्ट में ट्रायल के दौरान महिला मुकर गई। ऐसे में पुलिस फंस गई है। कोर्ट ने पुलिस की जांच में कमियों को रेखांकित करते हुए डीजीपी को कार्रवाई के लिए पत्र भेज दिया। अब पुलिस मुख्यालय ने इस पर सवाल जवाब किया तो पूरे मामले की जांच एसपी नार्थ को सौंपी गई है।
ये है मामला
तीन अगस्त 2021 को शाहपुर थाने में (क्राइम नंबर 332) एक महिला ने केस दर्ज कराया। महिला ने तहरीर दी कि वर्ष 2021 में एक अगस्त को दामाद अपनी पत्नी व बच्चों को लेने के लिए घर आया था। इसी दौरान मौका पाकर उसने मुझे कमरे में बंद कर दिया और फिर गलत काम किया। उस समय घर में सिर्फ छह वर्ष की नातिन ही मौजूद ही थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया।
बाद में ठीक हो गया रिश्ता
पुलिस ने महिला का बयान कराने के साथ ही आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया। बाद में जेल से छूटे युवक का पत्नी से रिश्ता ठीक हो गया और फिर महिला ने बयान बदल दिया। केस ट्रायल पर था और अब कोर्ट ने विवेचक की लापरवाही को उजागर किया है। कोर्ट ने साफ कहा कि पुलिस को इस गंभीर प्रकरण में जांच करनी चाहिए थी, जो नहीं की गई। एडीजे द्वितीय कोर्ट ने केस को निरस्त करने को डीजीपी को पत्र भेजा, जिसके बाद पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है। एसपी ने इसकी पुष्टि की है।