Gorakhpur News: गोरखपुर के चौराहों पर लगे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का पोस्टर, आखिर इसके पीछे की राजनीतिक क्या है?
Gorakhpur News: पोस्टर को लेकर चर्चाएं हो रही है। पुलिस-प्रशासन की तरफ से इसे लेकर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। भाजपा के मीडिया प्रभारी तक पोस्टर पहुंचाए गए हैं। जहां से मीडिया के पास भी ये पोस्टर पहुंच गए हैं।
Gorakhpur News: यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में मुद्दा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान बटेंगे तो कटेंगे के इर्दगिर्द ही घूम रहा है। यह बयान महाराष्ट्र ही नहीं झारखंड विधानसभा चुनाव में भी चर्चाओं के केन्द्र बिंदु में हैं। इन्हीं चर्चाओं के बीच गोरखपुर में प्रमुख चौराहों पर बटेंगे तो कटेंगे के कई पोस्टर लगा दिये गए हैं। पोस्टर लगाने वाले अभय सिंह दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोरखपुर छात्रसंघ के अध्यक्ष के साथ ही भाजपा युवा मोर्चा गोरखपुर क्षेत्र के कार्यसमिति के सदस्य भी हैं।
पोस्टर को लेकर चर्चाएं हो रही है। पुलिस-प्रशासन की तरफ से इसे लेकर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। भाजपा के मीडिया प्रभारी तक पोस्टर पहुंचाए गए हैं। जहां से मीडिया के पास भी ये पोस्टर पहुंच गए हैं। अब सवाल उठ रहा है कि जब खुद मुख्यमंत्री इस बयान की ब्रांडिंग कर रहे हैं तो अभय सिंह किस मंशा से इसे प्रचारित कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि अभय सिंह खुद को मुख्यमंत्री के साथ ही प्रशासन की नजर में आना चाहते हैं। अभी तक उन्हें छात्र राजनीति के चलते ही पहचान मिली हुई है, लेकिन अब वे भाजपा नेताओं के नजरों में भी आ चुके हैं। गोरखपुर में ये पोस्टर गोलघर, गोरखनाथ पुल, मोहद्दीपुर, पैडलेगंज, नौका विहार, छात्रसंघ विश्वविद्यालय रोड, ट्रांसपोर्ट नगर आदि जगहों पर लगाया गया है।
दुकानों पर भी लगे हैं स्टीकर
गोरखपुर के कई दुकानों पर योगी की तस्वीर के साथ बंटेंगे तो कटेंगे का स्टीकर कई दुकानों पर लगा हुआ है। चाय से लेकर चौराहों की दुकानों पर स्टीकर चस्पा किया गया है। सपा और बसपा या फिर कांग्रेस इसे लेकर खामोश ही दिख रही है। एक सपा नेता का कहना है कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह जनता ने भाजपा को पूरे प्रदेश में जमीन पर लाया है, उसके बाद भाजपा साम्प्रदायिक जहर की खेती कर वोट की फसल काटना चाहती है। लेकिन उपचुनाव में ही उसकी मंशा का पलीता लग जाएगा।