Gorakhpur News: दिन में नौकरी करने के बाद खुद जेल के कैद हो जाएंगे, गोरखपुर में बन रही सुधर रहे कैदियों की सूची
Gorakhpur News: जेल प्रशासन बेहतर व्यवहार करने वाले कैदियों की स्क्रिनिंग कर सूची तैयार किया जाएगा। इस सूची को उच्चस्तरीय कमेटी को भेजा जाएगा। अंतिम मुहर लगने के बाद सजायाफ्ता कैदियों को नौकरी पर जाने के लिए छोड़ा जा सकेगा।;
Gorakhpur News (Photo Social Media)
Gorakhpur News: चौंकिये नहीं, यह सच है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में मंडलीय कारागार में बंद बेहतर आचरण वाले कैदी दिन में नौकरी करेंगे और शाम में वापस जेल में आ जाएंगे। जेल प्रशासन बेहतर व्यवहार करने वाले कैदियों की स्क्रिनिंग कर सूची तैयार किया जाएगा। इस सूची को उच्चस्तरीय कमेटी को भेजा जाएगा। अंतिम मुहर लगने के बाद सजायाफ्ता कैदियों को नौकरी पर जाने के लिए छोड़ा जा सकेगा।
आने वाले दिनों में गोरखपुर जेल के कैदी भी बाहर निकल कर जॉब करेंगे और शाम को बंद होने जेल पहुंच जाएंगे। इसकी शुरुआत जेल प्रशासन की तरफ से बनाए जा रहे तीन पेट्रोल पम्प से होगी। नतीजा अच्छा रहा तो कैमरे की निगरानी वाले अन्य संस्थानों में भी कैदियों को काम करने भेजा जाएगा। यह व्यवस्था सिर्फ सजायाफ्ता कैदियों के लिए होगी। गोरखपुर जेल में सजायाफ्ता कैदियों की अच्छी खासी संख्या है। सामान्य तौर पर सजायाफ्ता कैदियों को केन्द्रीय जेल में रखा जाता है, लेकिन प्रशासनिक आधार और चल रहे कुछ केस के चलते उन्हें गोरखपुर जेल में भी रखा गया है। कैदियों की सजा तय होने के बाद, उन्हें सिर्फ पैरोल पर छोड़ा जाता है। लौटने के बाद पैरोल की वह सजा भी काटनी होती है। ऐसे में कई कैदी जेल की चाहरदीवारी में कैद रहते-रहते अवसाद में चले जाते हैं। यही वजह है कि जेल प्रशासन ऐसे कैदियों को जेल के बाहर काम देने के योजना पर काम कर रहा है।
कई देशों में पहले से है ऐसी व्यवस्था
दुनिया के कई देशों में ऐसी व्यवस्था पहले से है। जहां कैदी सुबह जेल से काम पर निकलता और शाम को जेल में आकर बंद हो जाता है। जेल प्रशासन कैदियों को अपने फार्म हाउस में ले जाकर खेती करवाता है। जेल के अंदर भी उन्हें काम दिया जाता है। आने वाले दिनों में जेल प्रशासन ने अपनी जमीन पर तीन पेट्रोल पम्प खोलने की तैयारी की है। यहां तेल भरने से लेकर अन्य काम में कैदियों का इस्तेमाल लिया जाएगा। कैदी कैमरे की नजर में खुले में पेट्रोलपंप पर काम करेंगे और शाम के समय चेकिंग के बाद जेल में उसी तरह से दाखिल होंगे, जैसे नए कैदियों को दखिल किया जाता है।