World Cancer Day 2024: चंद मिनटों के मजा के लिए जिंदगी भर का दर्द दे रहा पान मसाला, पूर्वांचल में मुंह-गले के कैंसर के सर्वाधिक मरीज

World Cancer Day 2024: मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2023 में कैंसर के 13652 नए मरीज पंजीकृत हुए हैं। इनमें सबसे अधिक मुख कैंसर (24 फीसदी) के मरीज रहे। कैंसर सर्जन बताते हैं कि पूर्वांचल में सबसे ज्यादा मुख कैंसर के मरीज सामने आ रहे हैं।

Update: 2024-02-04 03:30 GMT

गोरखपुर का हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल (Newstrack)

World Cancer Day 2024: पूर्वांचल में पान मसाला की खपत ही साल दर साल नहीं बढ़ रही है, इससे होने वाले मुंह और गले के कैंसर के रोगी भी लगातार बढ़ रहे हैं। आकड़े तस्दीक कर रहे हैं कि पूर्वांचल में सर्वाधिक कैंसर के रोगी मुंह और गले के ही है। वहीं, पूर्वी यूपी की महिलाओं में स्तन कैंसर की अपेक्षा गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) के कैंसर के मामले तेजी से बढ़े हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के मरीजों की संख्या 18 फीसदी तक पहुंच गई है। वही, स्तन कैंसर के मरीजों की संख्या 13 फीसदी है। महज 6 साल पहले दोनों तरह के कैंसर के मामले समान थे।

मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2023 में कैंसर के 13652 नए मरीज पंजीकृत हुए हैं। इनमें सबसे अधिक मुख कैंसर (24 फीसदी) के मरीज रहे। कैंसर सर्जन बताते हैं कि पूर्वांचल में सबसे ज्यादा मुख कैंसर के मरीज सामने आ रहे हैं। इसकी मुख्य वजह है तंबाकू सिगरेट का शौक। पूर्वांचल में महिलाएं भी धूम्रपान करती हैं व तंबाकू चबाती हैं। इस कैंसर के शुरूआती लक्षण में पहले मुख के अंदर सफेद दाग हो जा रहा है। मुंह में छाले पड़ रहे हैं, भोजन में तीखा बर्दाश्त नहीं हो रहा, मुंह कम खुलता है, मुंह से दुर्गंध आती है तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। कैंसर के छालों में दर्द नहीं होता है। दूसरे नंबर पर गर्भाशय ग्रीवा कैंसर (18 फीसदी) के मामले सामने आए हैं।


रेडियोथेरेपी के विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश रावत ने बताया की पिछले छह वर्षों में महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के मामलों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। 2016-17 तक महिलाओं में स्तन कैंसर के मरीजों की संख्या सर्वाधिक थी। उत्तर भारत में पित्त की थैली के कैंसर के मरीजों की संख्या देश में सर्वाधिक है। इसमें पूर्वांचल भी शामिल है। इसकी वजह है पानी में मौजूद भारी तत्व। पानी का सेवन करने पर ये पित्ताशय में रिएक्शन करते हैं। इसके अलावा किसान कीटनाशक और रासायनिक खाद का भी बेतहाशा प्रयोग करते हैं। यह भी सेहत के लिए खतरनाक है।

स्तन कैंसर के मामले भी तेजी से बढ़े

स्तन कैंसर के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.सीमा वर्मा ने बताया कि गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर ह्यूमन पैपीलोमा वायरस (एचपीवी) के संक्रमण से फैलता है। यह संक्रमण असुरक्षित यौन संबंध से होता है। इस कैंसर के लक्षण इतने सामान्य है कि अक्सर महिलाएं इसे नजर अंदाज कर देती हैं। ज्यादातर मामलों में एडवांस स्टेज में कैंसर की जानकारी होती है। प्रतिरक्षण की वैक्सीन किशोरावस्था में लगाई जाती है। लेकिन पूर्वांचल में 99 फीसदी महिलाओं को यह वैक्सीन नहीं लगी है।

सुविधाएं नहीं हैं गोरखपुर में, वाराणसी और मुंबई जा रहे मरीज

गोरखपुर में चिकित्सा को लेकर भले ही तमाम दावे हों, लेकिन हकीकत में कुछ नहीं है। एम्स में रेडियोथेरेपी मशीन में फंसा पेंच एम्स में करीब 20 करोड़ की लागत से दो रेडियोथेरेपी मशीनें लगी हैं। इन दोनों मशीनों से सिंकाई अभी शुरू नहीं हो सकी है। इसके पीछे एम्स में रेडिएशन सेफ्टी ऑफिसर (आरएसओ) तैनाती को वजह बताया जा रहा है। हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल में भी अत्याधुनिक मशीनें नहीं होने से मरीजों को मुंबई का रूख करना होता है।  

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