प्राइवेट स्कूलों से हाथ मिलाकर बदलेगी सरकारी स्कूलों की तस्वीर
बेतरतीब ढंग से और गंदी स्कूल ड्रेस पहने बच्चे जो इंटरवल की घण्टी बजने के साथ ही मिड डे मिल खाने के लिए दौड में शामिल हो जाते है। परिषदीय विद्यालय का नाम लेते ही कुछ ऐसी तस्वीर हमारे सामने उभरकर आ जाती है। लेकिन अब बदरंग हो चुकी इस तस्वीर को और अधिक बदरंग नहीं होने देने का बीड़ा डीएम पुलकित खरे ने उठाया है।
हरदोई: बेतरतीब ढंग से और गंदी स्कूल ड्रेस पहने बच्चे जो इंटरवल की घण्टी बजने के साथ ही मिड डे मिल खाने के लिए दौड में शामिल हो जाते है। परिषदीय विद्यालय का नाम लेते ही कुछ ऐसी तस्वीर हमारे सामने उभरकर आ जाती है। लेकिन अब बदरंग हो चुकी इस तस्वीर को और अधिक बदरंग नहीं होने देने का बीड़ा डीएम पुलकित खरे ने उठाया है।
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जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि हर चीजे बदलने के लिए सघर्ष करना पडता है क्योंकि हम लोग विकासशील देश के रहने वाले है और एक नई सोच से प्राइवेट स्कूल सरकारी स्कूलों से हांथ मिलाकर तस्वीर को बदलेंगे और प्राइवेट स्कूल के माध्यम से सरकारी स्कूल के कलेवर को बदलने के लिए हाथ मिलाकर शिक्षा का अभिनव प्रयोग शुरू किया जा रहा है।
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इस कड़ी के प्रथम चरण में पन्द्रह काॅन्वेन्ट स्कूलों में अपने आसपास के इतने ही सरकारी प्राइमरी विद्यालय के साथ समन्वय करने के लिए कदम से कदम मिलाकर चलने की सहमति दी। काॅन्वेन्ट की सूची में शामिल सेन्ट जेवियर्स, सेन्ट जेम्स और सेठ एमआर जयपुरिया जैसे विद्यालय भी शामिल है। जो प्राथमिक विद्यालयों में अपने विद्यालयों के शिक्षक व प्रतिभाशाली बच्चों को लेकर जायेंगे।अध्यापकों और विद्यार्थियों के दल परिषदीय शिक्षा को समझेंगे साथ ही अपने यहां के तौर तरीकों से गांव के इन बच्चों को अवगत करवायेंगे।
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