CAA-NRC के शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को तुरंत रिहा करे सरकार: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उतरे प्रदर्शनकारियों पर सरकार व पुलिस द्वारा की गयी तानाशाही व बर्बरता की कड़ी निन्दा करते हुए मांग की है कि शांतिपूर्ण ढंग से सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे सभी राजनीतिक नेताओं तथा प्रदर्शनकारियों को तुरंत रिहा किया जाए।
लखनऊ: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उतरे प्रदर्शनकारियों पर सरकार व पुलिस द्वारा की गयी तानाशाही व बर्बरता की कड़ी निन्दा करते हुए मांग की है कि शांतिपूर्ण ढंग से सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे सभी राजनीतिक नेताओं तथा प्रदर्शनकारियों को तुरंत रिहा किया जाए।
उन्होंने कहा कि सरकार की बौखलाहट व तानाशाही रवैये का आलम यह है कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ वो धाराएं लगायी गई है जो किसी जघन्य अपराधी पर लगाई जाती है।
बीती 19 दिसंबर को राजधानी के परिवर्तन चैक पर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने के दौरान गिरफ्तार की गई कांग्रेस की पूर्व प्रवक्ता सदफ जाफर से मिलने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा समेत कई कांग्रेस नेता सोमवार को जिला कारागार पहुंचे।
मुलाकात के दौरान सदफ जाफर ने कांग्रेस नेताओं को बताया कि उनके साथ पुलिस द्वारा किस तरह की बर्बरता की गयी। गिरफ्तार करने के पश्चात पुरूष पुलिस सिपाहियों ने उनको बहुत बुरी तरह मारा-पीटा, उनके हाथ-पैर और पेट में गंभीर चोटें आयीं हैं।
निहत्थी जनता पर गोली चलाने की हो जांच
प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी मांग की है कि जिस तरह से पुलिस शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रही जनता पर बर्बर लाठीचार्ज व उनके घरों में घुसकर उन्हें प्रताड़ित कर रही है तथा जनता द्वारा पुलिस पर यह आरोप भी लगाया जा रहा है कि पुलिस ने निहत्थी जनता पर गोली भी चलाई है, इन सब की जांच तुरन्त एक न्यायिक जांच समिति द्वारा कराई जाए।
लल्लू ने कहा कि लोकतंत्र में आज भाजपा के पास केवल तन्त्र बचा है लोग उनके खिलाफ सड़कों पर उतरकर संघर्ष कर रहे हैं। संविधान की रक्षा के लिए चलाए जा रहे इस आन्दोलन में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रही जनता के साथ कांग्रेस पार्टी मजबूती के साथ खड़ी है।
उन्होने कहा कि कांग्रेस इस बात के लिए दृढ़ संकल्पित है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में इस तानाशाही सरकार के खिलाफ संघर्ष करने के लिए पूरी तरह तत्पर हैं।
उन्होंने कहा कि जब-जब सरकार जनता की जायज मांगों का दमन करेगी तो जनता के हितों के साथ कांग्रेस पार्टी हमेशा खड़ी रहेगी।