Hamirpur: जिले में नहीं मंकीपॉक्स का कोई भी केस, CMO ने कहा- घबराने की जरूरत नहीं
Hamirpur: मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके रावत ने कहा कि मंकीपॉक्स बीमारी से घबराने की कतई जरूरत नहीं है। यह चिकनपॉक्स के मुकाबले कम घातक है।
Hamirpur: मंकीपॉक्स बीमारी (monkeypox disease) से घबराने की कतई जरूरत नहीं है। यह चिकनपॉक्स के मुकाबले कम घातक है। संक्रमण से बचने के लिए मास्क, ग्लब्ज पहने। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एके रावत (Chief Medical Officer Dr. AK Rawat) का। उन्होंने बताया कि मंकीपॉक्स का कोई भी केस जिले में नहीं है परंतु बचाव के लिए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। जिला अस्पताल पुरुष में आइसोलेशन वार्ड में बेड की व्यवस्था कराई गई है। वहीं, चिकित्सकों व चिकित्साधिकारियों को मंकीपॉक्स की पहचान व उठाए जाने वाले कदमों के बारे में प्रशिक्षित किया गया है। किसी भी मरीज में इसके लक्षण दिखाई देते हैं तो यूरिन, खून व फफोले के स्राव का सैंपल लिया जाएगा, जिसे केजीएमयू लखनऊ भेजा जाएगा।
मंकीपॉक्स के लक्षण
सीएमओ ने बताया कि खांसने-छींकने के दौरान निकलने वाले कणों के संपर्क में आने से संक्रमण फैल सकता है। इसके अलावा संक्रमित कपड़े, बर्तन एवं संक्रमित सतहों को छूने से लक्षण उभर सकते है। मंकीपॉक्स के लक्षणों में लिम्फोएडिनोपैथी (गिल्टी), मांसपेशियों में खिंचाव, सिर दर्द, गले में खराश, खांसी हो सकती हैं।
यदि किसी व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण उभरकर आते हैं तो वह व्यक्ति खुद को घर में आइसोलेट कर खाने-पीने के बर्तन-कपड़े अलग कर ले, जब तक कि घाव पूर्णता ठीक नहीं हो जाते हैं। घर में किसी बाहरी आगंतुक व्यक्ति को न आने दे।
कोरोना गाइड लाइन का भी करें पालन
सीएमओ ने कोविड के केसों में अचानक बढ़ोत्तरी होने पर भी चिंता जाहिर करते हुए आम लोगों को कोविड नियमों का पालन करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लोग मास्क का प्रयोग करें। हाथों को बार-बार धोएं और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करें। प्रदेश में कुछ समय से कोविड केस बढ़े हैं।