Hamirpur: पूर्व राष्ट्रपति कोविंद पहुंचे रामकथा में, बोले- 'मेरे कार्यकाल का सर्वश्रेष्ठ काम राम मंदिर निर्माण पर मुहर लगना'
Ramnath Kovind : पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि, 'राम नाम का देश की आजादी में भी बड़ा योगदान है। क्योंकि, 1900 के दशक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी अपने आश्रम में रोजाना शाम को सामूहिक राम भजन का आयोजन किया करते थे। लोगों को आजादी के लिए प्रेरित करते थे।'
Ramnath Kovind at Hamirpur: देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार (02 दिसंबर) को उत्तर प्रदेश के हमीरपुर पहुंचे। कोविंद यहां भव्य राम कथा में शामिल हुए। पूर्व राष्ट्रपति सुप्रसिद्ध कथा शास्त्री विजय कौशल महाराज (Vijay Kaushal Maharaj) द्वारा कही जा रही रामकथा सुनी। उन्होंने लोगों से भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलने की अपील की। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) की सुरक्षा को लेकर भारी पुलिस बल सहित PAC और जिले के आलाधिकारी मौजूद रहे।
हमीरपुर के निवादा गांव में दिव्य प्रेम सेवा मिशन (Divya Prem Sewa Mission) के तत्वाधान में भव्य राम कथा का आयोजन हुआ। आज इस राम कथा के उद्घाटन अवसर पर देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद निवादा स्थित कथा स्थल पहुंचे। यहां उन्होंने रामकथा सुनी। हफ्तेभर चलने वाली रामकथा में हजारों भक्त और कई वीआईपी लोग शामिल होंगे।
'राम नाम देश की आजादी में भी बड़ा योगदान'
रामनाथ कोविंद ने यहां कार्यक्रम को संबोधित भी किया। अपने संबोधन में पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि, 'राम नाम का देश की आजादी में भी बड़ा योगदान है। क्योंकि, 1900 के दशक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी अपने आश्रम में रोजाना शाम को सामूहिक राम भजन का आयोजन किया करते थे। लोगों को आजादी के लिए प्रेरित करते थे।'
कोविंद बोले- जहां भी राम कथा होती है। वहां
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Former President Ramnath Kovind) ने राम मंदिर निर्माण के बारे में भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, 'उनके कार्यकाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने वो ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। जिससे राम मंदिर निर्माण पर सालों से चला आ रहा विवाद समाप्त हो गया। अब उन्हें भी अपने कार्यकाल पर गर्व होता है। उन्होंने ये भी कहा कि, जहां भी राम कथा होती है। वहां पर देवी देवताओं सहित वीर बजरंग बली जी भी जरूर आते हैं।'