Hapur News: अंधा सिस्टम: पोलियो ग्रस्त को थमाया एसिड अटैक का प्रमाण पत्र

Hapur News: दिव्यांग अरशद विकास भवन की सीढ़ियों से घिसटता हुआ अधिकारियों के पास तक पहुंचता है, लेकिन कोई उसकी समस्याओं के समाधान के लिए गंभीर नहीं हैं। परेशान अरशद ने अब डीएम से गुहार लगाई है।;

By :  Avnish Pal
Update:2025-03-13 14:47 IST

Hapur News: सिस्टम को मारा लकवा,सर मुझको पोलियो हुआ था... अरे नहीं, यह तो एसिड अटैक है।मजीदपुरा के अरशद मलिक को बचपन में पोलियो हो गया था, जिससे वह चलने-फिरने में असमर्थ है। जबकि स्थिति यह बताती है कि सिस्टम को भी लकवा मार गया है, जिससे वह भी इंच भर चलने को तैयार नहीं है। अपनी गलती को ठीक करने की बजाय दिव्यांग कल्याण विभाग अरशद को ही यहां से वहां दौड़ा रहा है। दिव्यांगता के मारे अरशद ने तो हौंसलों की उड़ान भरी है और ई-रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण कर रहा है। जबकि विभाग न तो सुधरने को तैयार है और न ही मानवीय संवेदनाएं भी जाग्रत हो रही हैं। तभी तो दिव्यांग अरशद विकास भवन की सीढ़ियों से घिसटता हुआ अधिकारियों के पास तक पहुंचता है, लेकिन कोई उसकी समस्याओं के समाधान के लिए गंभीर नहीं हैं। परेशान अरशद ने अब डीएम से गुहार लगाई है।

यह है अब तक की स्थिति

शहर के मजीदपुरा में रहने वाला 45 साल का है। जब वह पांच साल का था, तभी पोलियो हो गया था। जिससे उसकी दोनों टांग खराब हो गईं। परिवार के लोगों के सहारे वह पलता-बढ़ता रहा। सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए अरशद मलिक ने 2018 में दिव्पांग सर्टीफिकेट बनवाया। स्वास्थ्य विभाग ने सौ प्रतिशत दिव्यांग होने का प्रमाण पत्र जारी भी कर दिया गया। इसमें अरशद की दिव्यांगता का कारण पोलियो नहीं दिखाया गया। प्रभारी अधिकारी ने उसकी सौ प्रतिशत दिव्यांगता का कारण एसिड अटैक दिखा गया है। प्रमाण पत्र पर उसका फोटो भी लगा है, जिसमें दोनों टांग पोलियोग्रस्त दिख रही हैं।

दो साल पहले मामला संज्ञान में आया

अरशद ने बताया कि वह अंग्रेजी नहीं पढ़ सकता है। ऐसे में पता ही नहीं लगा कि उसका प्रमाण पत्र किस प्रकार का बनाया गया है। वह सौ प्रतिशत दिव्यांग है और इसका लाभ उसको लगातार मिलता रहा। उसको जानकारी ही नहीं थी कि प्रमाण पत्र में एसिड अटैक दिखाया गया है। दाे साल पहले वह दिव्यांगों द्वारा चलाया जाने वाला आटो लेने गया, जिसको चलाकर वह जीवन यापन कर सके। तब उसको बताया गया कि प्रमाण पत्र में एसिड अटैक लिखा हुआ है। तक वह अधिकारियों के पास पहुंचा। वह दो साल से प्रमाण पत्र को ठीक कराने के लिए भटक रहा है। स्थिति यह है कि पोलियाेग्रस्त होने के बावजूद अरशद से सिस्टम के आगे घिसट-घिसट कर चल रहा है, लेकिन लकवा मारा सिस्टम जरा भी हिलने को तैयार नहीं है।

दर दर को भटक रहा हैं पीड़ित

मोहम्मद अरशद मलिक नें बताया कि मैं अधिकारियों के पास यहां से वहां भटक रहा हूं। मुझकाे सीएमओ, जिला समाज कल्याण अधिकारी और जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी के यहां पर टरकाया जा रहा है। थक हाकर डीएम से मुलाकात की है। अब उन्हाेंने अधिकारियों को इसको ठीक कराने के आदेश दिए हैं।

क्या बोली जिम्मेदार अधिकारी

जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी ऋचा गुप्ता नें बताया कि किसी कारण से उसका प्रमाण पत्र गलत बन गया है। अब वह साइबर कैफे पर आवेदन कराकर ठीक कराया जाएगा। उसको आनलाइन आवेदन करने के लिए कहा गया है। अब परेशान नहीं होने दिया जाएगा।

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