Hapur News: हरियाणा से अस्थियां विसर्जन करने आए श्रदालुओं की नाव पलटी, ‘देवदूतों’ ने आकर बचाई जान
Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ के तीर्थ नगरी गढ़मुक्तेश्वर ब्रजघाट में कांवड़ यात्रा के दौरान हरियाणा से अपनी दादी की अस्थियां विसर्जन करने आये 11 श्रद्धालुओं से भरी नाव दूसरी नाव से जा टकराई। जिसके कारण नाव पलट गई।
Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ के तीर्थ नगरी गढ़मुक्तेश्वर ब्रजघाट में कांवड़ यात्रा के दौरान हरियाणा से अपनी दादी की अस्थियां विसर्जन करने आये 11 श्रद्धालुओं से भरी नाव दूसरी नाव से जा टकराई। जिसके कारण नाव पलट गई। देखते ही देखते नाव में सवार एक ही परिवार के 11 श्रद्धालु डूबने लगे। चीख पुकार की आवाज सुन घाट पर बैठे गोताखोरों ने देवदूत की तरह गंगा नदी में छलांग लगाकर सभी को सकुशल बचा लिया।
तेज जलधारा के बीच फंस गई थी नाव
आज सुबह हरियाणा के खजूरी गांव तहसील बावल रेवाड़ी अशोक कुमार अपने परिवार के सदस्यों के साथ दादी की अस्थियां विसर्जन करने के लिए ब्रजघाट में पहुंचे थे। परिवार के सदस्यों ने हिन्दू रीतिरिवाज से पूजा अर्चना कर नाव में सवार होकर अस्थियां विसर्जित कीं। तभी नाव अचानक गंगा की तेज जल धारा में पहुंच गई। अचानक दूसरी तरफ से आ रही नाव की टक्कर लगने से उनकी नाव पलट गई। जिसके बाद नाव में सवार सभी लोग डूबने लगे। चीख पुकार की आवाज सुन निजी गोताखोरो ने छलांग लगा दी। जिसके बाद गोताखोरों ने एक-एक कर सभी की जान बचाई।
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गोताखोरों की हिम्मत से टला बड़ा हादसा
ब्रजघाट के घाट पर गुरूवार को दिलदहलाने वाली घटना हुई तो वहां मौजूद चार गोताखोर डूब रहे 11 लोगों के लिए देवदूत बन गए। उनके धैर्य व साहस ने उन लोगों को नई जिंदगी देने में अहम भूमिका निभाई। अशोक, करतार, सोनू, सतीश, मोनू, पुनीत, जॉनी, लविश, प्रिंस, हुग्गु नाव में सवार थे। इन श्रद्धालुओं ने सभी गोताखोरों का शुक्रिया अदा किया। ब्रजघाट निवासी गोताखोर राजकमल केवट, अंगद निषाद, राकेश कुमार व पवन कुमार की बहादुरी की हर कोई तारीफ कर रहा था। नदी की बीच धारा में पलटती नाव को देखकर किनारे पर मौजूद लोग जहां मदद करने में खुद को असहाय पा रहे थे। वहीं इन चार युवाओं ने जोखिम उठाकर नदी में डूब रहे लोगों को एक-एक कर बचा लिया। युवाओं की बहादुरी ने 11 जिंदगियों को मौत के मुहाने से बाहर निकाल लिया।
कांवड़ यात्रा के बीच नाव पर प्रतिबंध
हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बचा लिया गया था। कांवड़ यात्रा तक गंगा घाट पर नावों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा गया है कि कोई भी श्रद्धालु गहरे में जल में ना जाए। जिसके कारण कोई दुर्घटना न हो।