Hapur News: गढ़ तीर्थनगरी में बढ़ेगी छठ पर्व पर श्रद्धालुओं की संख्या, यह है वजह

Hapur News: युमना व हिंडन नदी में प्रदूषण की मात्रा अत्यधिक हो जाने की वजह से पिछले वर्षो में छठ पर्व मनानें वालों का रुख गंगानगरी की और बढ़ा है। पिछले दिनों युमना के पानी में प्रदूषण से सफ़ेद झाग हो गए है। ऐसे में श्रद्धालुओं को परेशानी होगी।

Report :  Avnish Pal
Update:2024-11-04 16:50 IST

गढ़ तीर्थनगरी में बढ़ेगी छठ पर्व पर श्रद्धालुओं की संख्या: Photo- Newstrack

Hapur News: छठ पूजा प्रकृति को समर्पित पर्व है जिसमें सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा होती है। यह पर्व चार दिनों तक चलता है जिसका आरंभ चतुर्थी तिथि से हो जाता है और समापन सप्तमी तिथि पर होता है। छठ पर्व पर व्रती कमर तक जल में प्रवेश कर सूर्यदेव को अर्घ्य देते है। यह पर्व सात नवंबर कों मनाया जाएगा।

जिसको लेकर ब्रजघाट में पालिका द्वारा तैयारी की जा रही है। वही यमुना नदी में अधिक प्रदूषण और नदी में झाग दिखने से वहाँ के लोगों में चिंता बनी हुई है। जिसको लेकर श्रद्धालु गंगानगरी के ब्रजघाट में पहुंचकर अपना पर्व मनाएंगे। युमना के मुकाबले गंगा कम प्रदूषित है, वही गढ क्षेत्र में जल के साथ वायु प्रदूषण भी कम है। जिसको देखकर संभावना है कि, दिल्ली एनसीआर बड़ी संख्या में गंगानगरी ब्रजघाट में पहुंचकर छठ का पर्व मनाएंगे।

छठ पर्व और छठ मैया की है मान्यता

छठ पर्व मुख्य रूप कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि को मनाते हैं लेकिन इसके अलावा चैत्र शुक्ल षष्ठी तिथि का छठ पर्व जिसे चैती छठ कहते हैं यह भी काफी प्रचलित है। इस तरह दो छठ व्रत विशेष रूप से महत्व है। दोनों ही छठ पर्व भगवान सूर्य को और षष्ठी माता को समर्पित है। इसलिए छठ पर्व में भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और छठ मैया की पूजा कथा की जाती है।

गंगा घाट में छठ मनाने को मजबूर दिल्ली वासी.

आपको बता दे कि महिलाएं इस 36 घंटे का निर्जल उपवास रखकर सूर्य भगवान की पूजा करती है। मान्याताओ के अनुसार महिलाए नदी में खडे होकर डूबते सूर्य कों जल देती है। बिहार समेत पूर्वांचल के लाखों लोंग जों एनसीआर क्षेत्र में बसे हैं। वह लोग यमुना और हिंडन नदी पर बड़ी सख्या में छठ पर्व को मनाते थे। लेकिन युमना व हिंडन नदी में प्रदूषण की मात्रा अत्यधिक हो जाने की वजह से पिछले वर्षो में छठ पर्व मनानें वालों का रुख गंगानगरी की और बढ़ा है। पिछले दिनों युमना के पानी में प्रदूषण से सफ़ेद झाग हो गए है। ऐसे में श्रद्धालुओं को परेशानी होगी।

वही युमना के मुकाबले गंगा नदी का जल कम प्रदूषित है। जिससे गंगानगरी में एनसीआर क्षेत्र के करीब दो लाख श्रद्धालु पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसको लेकर स्थानीय प्रशासन नें तैयारी शुरू कर दी है।

क्या बोली महिला अधिकारी

इस सबंध में अधिशासी अभियता मुक्ता सिंह का कहना है कि, गंगानगरी में छठ पर्व पर बढ़ती श्रद्धालुओ की संख्या को देखते हुए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। गंगा घाटों के पास श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर बैरिकेडिंग कराई गईं है। वही गंगा घाटों पर सफाई का कार्य कराया जा रहा है। ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी दिक्क़त का सामना ना करना पड़े।

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